गूगल ने भारत में ‘स्ट्रीट व्यू’ फीचर लॉन्च किया
Google ने जुलाई 27 पर भारत में अपने लोकप्रिय ‘स्ट्रीट व्यू’ फीचर’ (‘Street View’) को लॉन्च करने की घोषणा की। पिछले दशक में कम से कम दो बार भारत में विफल अनुभव के बाद और डेटा संग्रह पर सरकारी एजेंसियों द्वारा उठाए गए सुरक्षा चिंताओं के बाद इसे लांच किया।
इस बार लॉन्च के लिए, Google ने दो भारतीय फर्मों – मैपिंग सॉल्यूशंस प्रोवाइडर Genesys International और Tech Mahindra के साथ साझेदारी की है।
नेशनल जियो स्पेटियल नीति, 2021 के तहत, स्थानीय कंपनियां इस तरह के डेटा एकत्र कर सकती हैं और विदेशी कंपनियां देश में अपने ग्राहकों की सेवा के लिए भारतीय संस्थाओं से डेटा का लाइसेंस ले सकती हैं।
गूगल ने विश्व में पहली बार इसे भारत में स्थानीय भागीदारी में लॉन्च किया है।
स्ट्रीट व्यू उपयोगकर्ताओं को किसी विशेष स्थान के मनोरम और स्ट्रीट -स्तरीय 360-डिग्री दृश्य देखने की अनुमति देता है।
जहां Google मैप उपयोगकर्ताओं को स्ट्रीट तय करने और उसी के सैटेलाइट व्यू को देखने में सक्षम बनाता है, परन्तु अक्सर यह सड़क की स्थिति के बारे में स्पष्ट रूप से नहीं बताता है। वहीं स्ट्रीट व्यू के द्वारा, उपयोगकर्ता यह देखने में सक्षम होंगे कि कोई नया डेस्टिनेशन कैसा दिखता है, और यहां तक कि वहां जाने से पहले स्थानीय व्यवसायों को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं।
भारत में सरकारी संपत्तियों, रक्षा प्रतिष्ठानों और सैन्य क्षेत्रों जैसे प्रतिबंधित क्षेत्रों के लिए स्ट्रीट व्यू की अनुमति नहीं है। इसका मतलब है कि दिल्ली जैसी जगह पर छावनी क्षेत्र की स्ट्रीट व्यू उपलब्ध नहीं हो पायेगा।
पिछले कुछ वर्षों में स्ट्रीट व्यू के संबंध में बहुत सारी प्राइवेसी और अन्य मुद्दों को उठाया गया है। इनमें से बहुत से लोगों के चेहरे और अन्य पहचाने जाने योग्य पहलुओं, जैसे कार नंबर प्लेट और घर के नंबर, कैमरे द्वारा कैप्चर किए जा रहे हैं और विभिन्न तरीकों से दुरुपयोग किए जा रहे हैं।