केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने कुशियारा नदी से 153 क्यूसेक तक पानी निकाल सकने से संबंधित समझौता-ज्ञापन को मंजूरी दी
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 28 सितंबर को भारत और बांग्लादेश के बीच उस समझौता-ज्ञापन को कार्योत्तर मंजूरी दे दी है, जिसके तहत भारत और बांग्लादेश की साझी सीमा से होकर गुजरने वाली कुशियारा नदी (Kushiyara) से प्रत्येक पक्ष 153 क्यूसेक तक पानी निकाल सकेगा।
भारत के जल शक्ति मंत्रालय और बांग्लादेश के जल संसाधन मंत्रालय ने छह सितंबर, 2022 को समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये थे, जिसके तहत सूखे मौसम (01 नवंबर से 31 मई तक) के दौरान साझी सीमा से होकर गुजरने वाली कुशियारा नदी से दोनों देश 153-153 क्यूसेक तक पानी निकाल सकेंगे, ताकि दोनों देश अपनी-अपनी खपत योग्य जल संबंधी आवश्यकता पूरी कर सकें।
इस समझौता-ज्ञापन से असम सूखे मौसम (01 नवंबर से 31 मई तक) के दौरान अपनी खपत योग्य आवश्यकता पूरी करने के लिये कुशियारा नदी के साझा विस्तार से 153 क्यूसेक तक का पानी निकाल सकेगा।
सूखे मौसम के दौरान दोनों देश अपनी-अपनी तरफ से जल निकासी की निगरानी करने के लिए एक संयुक्त निगरानी दल का गठन करेंगे।
कुशियारा नदी (river Kushiyara) जल बंटवारा समझौता
दोनों पक्षों की बीच सबसे महत्वपूर्ण समझौता कुशियारा नदी (river Kushiyara) के जल बंटवारे को लेकर हुआ। दोनों पक्षों ने कुशियारा नदी-जल बंटवारे के समझौते पर हस्ताक्षर किये।
पिछले 28 वर्षों में पहली बार दोनों देशों ने किसी नदी जल समझौता पर हस्ताक्षर किये हैं। इससे पहले, 1996 में बांग्लादेश और भारत के बीच गंगा जल संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे।
कुशियारा नदी बांग्लादेश और असम, भारत में एक विभाजक नदी है। यह भारत-बांग्लादेश सीमा पर बराक नदी की एक शाखा के रूप में उत्पन्न होती है, जब बराक नदी कुशियारा और सूरमा नामक दो शाखाओं में विभाजित हो जाती है।