कुडाल में कोनबैक-स्फूर्ति बांस क्लस्टर का उद्घाटन
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री श्री नारायण राणे ने 25 फ़रवरी को सिंधुदुर्ग में 200 करोड़ रुपये के खर्च से एमएसएमई-प्रौद्योगिकी केंद्र की स्थापना की घोषणा की।
- एमएसएमई-प्रौद्योगिकी केंद्र उद्योग, विशेष रूप से एमएसएमई, को उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने और क्षेत्र के नियोजित और बेरोजगार युवाओं को उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए कौशल सेवाएं प्रदान करने के लिए सर्वोत्तम प्रौद्योगिकी, इनक्यूबेशन के साथ-साथ परामर्श सहायता प्रदान करेगा।
- इससे पहले दिन में, एमएसएमई मंत्री ने कुडाल में कोनबैक-स्फूर्ति-KONBAC SFURTI (कोंकण बांस और गन्ना विकास केंद्र – पारंपरिक उद्योगों के उत्थान के लिए फंड की योजना-Scheme of Fund for Regeneration of Traditional Industries) बांस क्लस्टर का उद्घाटन किया।
- क्लस्टर 300 कारीगरों को मदद करेगा। एमएसएमई मंत्रालय ने क्लस्टर की स्थापना के लिए 1.45 करोड़ रुपये की राशि जारी की है।
- कोनबैक (KONBAC) एक स्वतंत्र गैर-लाभकारी संगठन है जो एक आत्मनिर्भर संस्थागत पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में विकसित हुआ है और इसके पास भारतीय व अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के लिए प्रीमियम बांस उत्पादों के डिजाइन, प्रोटोटाइप और उत्पादन के लिए पूर्ण विकसित सुविधा है।