अवे फ्रॉम रिएक्टर (AFR) निर्माण का विरोध
हाल ही में, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे परमाणु कचरे के भंडारण के लिए कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना (Kudankulam Nuclear Power Project: KKNPP) साइट पर ‘अवे फ्रॉम रिएक्टर’ (Away From Reactor: AFR) सुविधा के निर्माण को रोकने का आग्रह किया।
- कुडनकुलम ग्राम पंचायत, जिसके अंतर्गत परियोजना स्थल आता है, ने भी यह सुविधा स्थापित करने के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया है। पंचायत ने इस क्षेत्र के लिए रेडियोधर्मी खतरे का हवाला दिया है।
- वार्ड के सदस्यों ने कहा कि KKNPP2X1,000 मेगावाट परमाणु रिएक्टरों का संचालन कर रहा है, इसके अलावा समान क्षमता वाले चार और रिएक्टरों का निर्माण कर रहा है।
- चूंकि KKNPP प्रशासन ने देश में पहली बार रिएक्टरों में उत्पन्न उपयोग किए गए ईंधन को स्थायी रूप से संग्रहीत करने के लिए AFR सुविधा के निर्माण के लिए साइट पर उत्खनन कार्य शुरू किया था, यह इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए अगले 70 करोड़ साल तक एक गंभीर खतरा पैदा करेगा।
- परमाणु ऊर्जा संयंत्र में उपयोग किए गए ईंधन (Spent Fuel) के भंडारण की दो चरणों वाली योजना थी – एक सुविधा रिएक्टर भवन / सेवा भवन के भीतर स्थित है, जिसे आमतौर पर उपयोग किए गए ईंधन भंडारण पूल (Spent Fuel Storage Facility) के रूप में जाना जाता है, और दूसरा, रिएक्टर से दूर स्थित होता है जिसे अवे फ्रॉम रिएक्टर (AFR) कहा जाता है।
- रिएक्टर भवन के अंदर उपयोग किए गए ईंधन भंडारण पूल की एक सीमित क्षमता है और इसका उपयोग ईंधन भरने के दौरान रिएक्टर से निकाले गए उपयोग किए गए ईंधन के तत्काल भंडारण के लिए किया जाता है।
- अवे फ्रॉम रिएक्टर में स्थानांतरित होने से पहले इसे पर्याप्त रूप से ठंडा करने के लिए ईंधन कुछ वर्षों तक पूल में रखना होता है।
कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा
- KKNPP भारत के सबसे बड़े परमाणु संयंत्रों में से एक है, जिसे NPCIL द्वारा स्थापित किया जा रहा है। रूस 1988 के अंतर-सरकारी समझौते और 1998 और 2008 में अनुवर्ती समझौतों के तहत KKNPP का निर्माण कर रहा है।
- यूनिट -1 अक्टूबर 2013 में ग्रिड में शामिल हुआ और यूनिट -2 अगस्त 2016 में ग्रिड से जुड़ा था।