Ypthima cantliei: फोर रिंग वाली तितली 61 साल बाद भारत में दिखाई दी है

चार-रिंग वाली यप्थिमा कैंटली (Ypthima cantliei) 61 साल बाद फिर से भारत में दिखाई दी है। सैटिरिना फैमिली के यह तितली प्रजति चीन में सबसे अधिक देखी जाती है।

2018-19 में एक फील्ड स्टडी के दौरान नमदाफा नेशनल पार्क के मियाओ रेंज में इस फोर रिंग वाली तितली की तस्वीर ली गई थी।

बता दें कि तितली की इस प्रजाति को आखिरी बार 1957 में (पूर्वी) असम के मार्गेरिटा में देखा गया था।

यप्थिमा को निम्फालिडे परिवार का एक समृद्ध जीनस माना जाता है जिसमें तितलियों की लगभग 6,000 प्रजातियां हैं।

भारत में दर्ज 35 यप्थिमा प्रजातियों में से 23 पूर्वोत्तर भारत में प्राप्त होती। ग्रेट फोर-रिंग वाली इस तितली में हल्के भूरे-ग्रे पंख होते हैं, पिछले पंख पर तीन पीले-रिंग वाले सिंगल आई स्पॉट (ओसेली) होते हैं और ऊपर के अग्र पंख पर पीले रंग से अस्पष्ट रूप से रिंग वाले बने होते हैं। यह यप्थिमा जीनस की अन्य प्रजातियों की तुलना में बड़ा है.

अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले के 1,985 वर्ग किलोमीटर में फैला नमदाफा, म्यांमार की सीमा से लगा भारत के सबसे पूर्वी हिस्से में स्थित टाइगर रिजर्व है।

इस पार्क की समुद्र तल से ऊंचाई 298.7 मीटर से लेकर 4,498.8 मीटर के बीच है। भारत में अब तक दर्ज की गई 1,327 तितली प्रजातियों में से 600 से अधिक अरुणाचल प्रदेश में प्राप्त होती हैं।

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