Xi Jinping: तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बने शी जिनपिंग, जबकि ली कियांग प्रधानमंत्री बने

चीनी नेता शी जिनपिंग (Xi Jinping) को 10 मार्च को  औपचारिक रूप से पांच वर्ष के तीसरे कार्यकाल के लिए चीन के राष्ट्रपति के रूप में पुष्टि की गयी।  इस तरह से वे  माओत्से तुंग के बाद चीन के सबसे शक्तिशाली नेता बनकर उभरे हैं।

चीन की रबर-स्टैंप संसद  नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (NPC) के लगभग 3000 सदस्यों-ने 69 वर्षीय शी के पक्ष में सर्वसम्मति से मतदान किया। ऐसा स्वाभाविक भी था क्योंकि वे इस पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार थे।

सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) का नेतृत्व करने वाले शी को भी राष्ट्रीय केंद्रीय सैन्य आयोग का प्रमुख भी नियुक्त किया गया। वह पहले से ही चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के भी प्रमुख थे जो वस्तुतः  कम्युनिस्ट पार्टी की सैन्य संस्था है।

14वीं NPC के प्रतिनिधियों ने संसद के नए अध्यक्ष के रूप में 66 वर्षीय झाओ लेजी को और 68 वर्षीय हान झेंग को चीन के नए उपराष्ट्रपति के रूप में चुना। बता दें चीनी सरकार प्रणाली के तहत, पार्टी के नेता पहले से ही शीर्ष सरकारी पदों पर काबिज होते हैं।

शी जिनपिंग वर्ष 2013 में सत्तारूढ़ CPC  के अध्यक्ष और चीन के राष्ट्रपति बने थी। तब से, शी ने “शी जिनपिंग थॉट” (Xi Jinping Thought) के तहत देश पर पार्टी की पकड़ मजबूत कर ली है।

वर्ष 2018 में उन्होंने जब दूसरी बार CPC प्रमुख और चीनी राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला, तब उन्होंने संवैधानिक संशोधन के द्वारा राष्ट्रपति पद पर दो कार्यकाल की सीमा को हटा दिया और आजीवन इस पद पर बने रहने का मार्ग प्रशस्त किया।

ली कियांग (Li Qiang): देश के अगले प्रधानमंत्री

चीन ने 11 मार्च को शीर्ष नेता शी जिनपिंग के करीबी विश्वासपात्र ली कियांग (Li Qiang) को देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में नामित किया। वैसे चीन में प्रधानमंत्री का पद औपचारिकता मात्र है।

ली को शी द्वारा नामांकित किया गया था और चीन की औपचारिक संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के 11 मार्च के सत्र में इस पद पर नियुक्त किया गया।

error: Content is protected !!