क्या है शुष्क बर्फ (Dry ice)?
हाल ही में, गुरुग्राम के एक रेस्त्रां में कुछ ग्राहकों को माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस यानी शुष्क बर्फ भूल से दिया गया। इससे उन्हें खून की उल्टियां होने लगीं और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
“शुष्क बर्फ” (Dry ice) कार्बन डाइऑक्साइड का ठोस रूप है। आम बर्फ के विपरीत, शुष्क बर्फ गर्म होने पर पिघलकर तरल नहीं बनती है। इसके बजाय, यह सब्लिमेशन नामक प्रक्रिया में सीधे वापस अपने गैसीय रूप में परिवर्तित हो जाता है।
इसका उपयोग आमतौर पर आइसक्रीम, फ्रोजन डेसर्ट जैसे खाद्य उत्पादों के लिए कूलिंग एजेंट के रूप में किया जाता है। इसका उपयोग अक्सर उन खाद्य पदार्थों के लिए किया जाता है जिन्हें यांत्रिक शीतलन के उपयोग के बिना ठंडा या फ्रोजेन रखने की आवश्यकता होती है। हालाँकि, अगर इसे ठीक से नहीं संभाला गया तो यह मानव स्वास्थ्य को खतरे में डाल सकता है, क्योंकि यह बड़ी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड गैस में बदल जाता है जिससे सांस फूलने (हाइपरकेनिया) का खतरा पैदा हो सकता है।
इस कारण से, इसका उपयोग अच्छी तरह हवादार वातावरण में खुली हवा में किया जाना चाहिए। शुष्क बर्फ को कभी भी बंद क्लोज्ड वातावरण में नहीं रखना चाहिए, भंडारण या परिवहन नहीं करना चाहिए, जिससे कार्बन डाइऑक्साइड गैस उत्सर्जन के कारण सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।