एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट (ABP) सम्मेलन

राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) और भारतीय राष्ट्रीय डोप जांच प्रयोगशाला (NDTL) ने 12 से 14 अक्टूबर, 2022 को द अशोका, नई दिल्ली में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) की एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट (Athlete Biological Passport: ABP) संगोष्ठी के तीसरे संस्करण की मेजबानी की।

इस चर्चा के दौरान ABP, वाडा के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. रीड ऐकिन ने 2022 में ABP की स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने इन विषयों पर चर्चा की कि ABP की भूमिका क्या है, ABP इकाइयां कैसे काम कर रही हैं, एथलीट पासपोर्ट कार्यक्रम में आगे क्या विकास हो रहे हैं और 2018 से लेकर आज तक एबीपी का परिदृश्य कैसे बदला है।

एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट (ABP) के बारे में

एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट (ABP) एक शक्तिशाली एंटी-डोपिंग टूल है जो किसी अवधि में कुछ चुनिंदा बायोलॉजिकल वेरिएबल्स की निगरानी करता है ताकि डोपिंग के प्रभाव प्रकट हों, बजाय इसके कि डोपिंग पदार्थ या विधि का पता लगाने का प्रयास किया जाए।

ये बढ़े हुए टारगेट टेस्टिंग और विश्लेषण, जांच, निरोध और निषिद्ध विधियों या पदार्थों के उपयोग के लिए अप्रत्यक्ष साक्ष्य के रूप में डोपिंग के खिलाफ काम करता है।

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