केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘मिशन मौसम’ को मंजूरी दी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की दो साल की पहल ‘मिशन मौसम’ (Mission Mausam) के शुभारंभ को मंजूरी दी है।

इस योजना का उद्देश्य चरम मौसम और जलवायु चुनौतियों से निपटने के लिए भारत की क्षमता को बढ़ाना है। मिशन को 2,000 करोड़ रुपये के वित्तीय परिव्यय के साथ मंजूरी दी गई है।

मिशन मौसम एडवांस्ड अनुसंधान और बेहतर जलवायु विज्ञान क्षमताओं के माध्यम से भारत की मौसम संबंधी पूर्वानुमानों को मजबूत करेगा।

इस कार्यक्रम के प्रमुख घटकों में वायुमंडलीय विज्ञान में अनुसंधान का विस्तार करना, मौसम निगरानी, ​​पूर्वानुमान और मॉडलिंग पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है।

इस मिशन का लक्ष्य 50 डॉप्लर मौसम रडार, 60 रेडियो सोंडे/रेडियो विंड स्टेशन, 100 डिस्ड्रोमीटर,10 विंड प्रोफाईलर, एक शहरी टेस्ट बेड, एक प्रक्रिया टेस्ट बेड, एक महासागर अनुसंधान स्टेशन और ऊपरी वायु निगरानी के साथ 10 समुद्रीय स्वचालित मौसम स्टेशन स्थापित करना है।

मिशन मौसम के प्रस्तावित उद्देश्यों में सम्मिलित हैं :

अत्याधुनिक मौसम निगरानी प्रौद्योगिकी और प्रणालियों का विकास
बेहतर अस्थायी और स्थानिक सैंपलिंग/कवरेज़ द्वारा उच्च श्रेणी के वातावरणीय निगरानी का कार्यान्वयन
एडवांस्ड यांत्रिक पेलोड सहित अत्याधुनिक रडार और उपग्रहो का कार्यान्वयन
हाई परफॉरमेंस कंप्यूटर (एचपीसी) का विकास
मौसम और जलवायु प्रक्रियाओं तथा पूर्वानुमान क्षमताओं के तालमेल में सुधार, आदि

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