केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने रबी सीजन 2022-23 के लिए फॉस्फेट और पोटाश उर्वरकों के लिए सब्सिडी दरों को मंजूरी दी
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने रबी सीजन- 2022-23 (01 अक्टूबर 2022 से 31 मार्च 2023 तक) के दौरान नाइट्रोजन (N), फॉस्फोरस (P), पोटाश (K), सल्फर (S) जैसे विभिन्न पोषक तत्वों से युक्त फॉस्फेट और पोटास (P&K) उर्वरकों के लिए पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (NBS) की प्रति किलोग्राम दरों से सम्बन्धित उर्वरक विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
मुख्य तथ्य
इस घोषणा से रबी 2022-23 के दौरान सभी फॉस्फेट और पोटास उर्वरक रियायती/किफायती कीमतों पर किसानों को आसानी से उपलब्ध होंगे और इससे कृषि क्षेत्र को सहायता मिलेगी।
उर्वरकों और कच्चे माल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में अस्थिरता के कारण हुई मूल्य-वृद्धि को मुख्य रूप से केंद्र सरकार द्वारा वहन किया गया है।
सरकार उर्वरक निर्माताओं/आयातकों के माध्यम से किसानों को रियायती मूल्य पर फॉस्फेट और पोटास उर्वरकों के लिए यूरिया और 25 ग्रेड उर्वरक उपलब्ध करा रही है।
फॉस्फेट और पोटास उर्वरकों पर सब्सिडी, NBS योजना द्वारा 01 अप्रैल 2010 से शासित की जा रही है।
उर्वरक कंपनियों को स्वीकृत दरों के अनुसार सब्सिडी जारी की जाएगी, ताकि वे किसानों को सस्ती कीमतों पर उर्वरक उपलब्ध करा सकें।
उर्वरक अधिकतम खुदरा मूल्य
सामान्य आपूर्ति और मांग-आधारित बाजार दरों से कम MRP (अधिकतम खुदरा मूल्य) पर किसान उर्वरक खरीदते हैं।
नीम कोटेड यूरिया की MRP सरकार तय करती है। DAP सहित गैर-यूरिया उर्वरकों की MRP कंपनियों द्वारा नियंत्रित या निर्धारित की जाती है। हालांकि, केंद्र इन पोषक तत्वों पर एक फ्लैट प्रति टन सब्सिडी का भुगतान करता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनकी कीमत “उचित स्तर” पर है।