संयुक्त अरब अमीरात 2022-23 के दौरान भारत में चौथा सबसे बड़ा निवेशक बनकर उभरा है

डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) के आंकड़ों के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) 2022-23 के दौरान भारत में चौथा सबसे बड़ा निवेशक बनकर उभरा है।

प्रमुख तथ्य

पिछले वित्त वर्ष (2022-23) में, संयुक्त अरब अमीरात से भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) 2021-22 में 1.03 बिलियन अमरीकी डॉलर से तीन गुना बढ़कर 3.35 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।

2021-22 में सातवां सबसे बड़ा निवेशक की तुलना में 2022-23 में यूएई भारत में चौथा सबसे बड़ा निवेशक था।

FY23 में 17.2 बिलियन अमरीकी डालर के निवेश के साथ सिंगापुर भारत में सबसे बड़ा निवेशक था, इसके बाद मॉरीशस (6.1 बिलियन अमरीकी डालर) और यूएस (6 बिलियन अमरीकी डालर) का स्थान था।

भारत में यूएई का निवेश मुख्य रूप से सेवाओं, समुद्री परिवहन, बिजली और निर्माण गतिविधियों जैसे क्षेत्रों में है।

संयुक्त अरब अमीरात से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण कारकों में से एक 18 फरवरी, 2022 को भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (Comprehensive Economic Partnership Agreement: CEPA) पर हस्ताक्षर (1 मई, 2022 से प्रभावी) है।

भारत और यूएई के बीच 1 मई 2022 से एक व्यापक मुक्त व्यापार समझौता प्रभावी हुआ है।

समझौते के तहत, निवेश को बढ़ावा देने के लिए आसान मानदंडों के अलावा, दोनों देशों के कई सामानों को एक-दूसरे के बाजारों में शून्य प्रशुल्क पहुंच मिल रही है।

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