तिब्बती लोकतंत्र दिवस 2023

Image credit: Tibetan Parliament-in-Exile (X)

 2 सितंबर 2023 को दुनिया भर के तिब्बती शरणार्थियों ने अपनी पारंपरिक पोशाक चुपा में तिब्बती लोकतंत्र दिवस (Tibetan Democracy Day) की 63वीं वर्षगांठ मनाई।

यह दिन, समुदाय के भीतर व्यापक रूप से मैंगस्टो डुचेन (‘मैंगस्टो’: लोकतंत्र; ‘डुचेन’: अवसर) के रूप में जाना जाता है, जो निर्वासित तिब्बती लोकतांत्रिक प्रणाली (Tibetan democratic system in exile) की शुरुआत का प्रतीक है।

तिब्बती लोकतांत्रिक प्रणाली के केंद्र में हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (Central Tibetan Administration: CTA) है जो दुनिया भर में 1 लाख से अधिक तिब्बती शरणार्थियों  के लिए निर्वासित तिब्बती सरकार (Tibetan government-in-exile) है। वैसे, कई दशकों के बाद, CTA को किसी भी देश द्वारा आधिकारिक तौर पर मान्यता नहीं दी गई है।

गौरतलब है कि हजारों तिब्बतियों को अपने घर से भागने के लिए मजबूर होने के एक साल बाद  2 सितंबर, 1960 को,  निर्वासित तिब्बती संसद के पहले निर्वाचित प्रतिनिधियों ने तिब्बती लोकतांत्रिक प्रणाली का उद्घाटन करने के लिए बोधगया में शपथ ली।

1963 में 14वें दलाई लामा ने लोकतंत्र के आदर्शों और सार्वभौमिक मूल्यों के आधार पर तिब्बती संविधान लागू किया, जिसके बाद पहली महिला प्रतिनिधि चुनी गईं।

1975 में, CTA की सर्वोच्च संस्था काशाग (Kashag) ने 2 सितंबर को तिब्बती लोकतंत्र स्थापना दिवस (founding day of Tibetan democracy) के रूप में घोषित किया।

CTA, जो हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित है, का भारत और विदेश में फैली प्रत्येक तिब्बती बस्ती में एक शाखा कार्यालय है। अपने मौजूदा अध्यक्ष पेन्पा त्सेरिंग के तहत, CTA सात विभाग चलाता है: धर्म और संस्कृति, गृह, वित्त, शिक्षा, सुरक्षा, सूचना और अंतर्राष्ट्रीय संबंध, और स्वास्थ्य। राष्ट्रपति का चुनाव हर पांच साल में प्रत्यक्ष किया जाता है।

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