पोलर स्ट्रेटोस्फेरिक क्लाउड (PSCs) या नैक्रियस क्लाउड्स
हाल की एक रिपोर्ट के अनुसार नॉर्वे, स्वीडन, फिनलैंड और अलास्का के कुछ हिस्सों और यहां तक कि स्कॉटलैंड के साऊथ में आसमान में आश्चर्यजनक ‘इंद्रधनुषी’ बादल (Iridescent clouds) देखे जा रहे हैं।
नैक्रियस क्लाउड्स
इन बादलों को पोलर स्ट्रेटोस्फेरिक क्लाउड (polar stratospheric clouds) या नैक्रियस क्लाउड्स (Nacreous clouds) के रूप में जाना जाता है।
इनमें कभी पर्ल जैसी क्रिस्टल आकृति होने के कारण इन्हें “मदर ऑफ़ पर्ल” बादल भी कहा जाता है। आसमान में लंबे समय तक असामान्य रूप से ठंडे तापमान के कारण बने हुए हैं।
इन बादलों का निर्माण केवल -78C से नीचे के तापमान पर होता है। हमारे निचले समताप मंडल में ध्रुवीय क्षेत्रों में 68,500 से 100,000 फीट की ऊंचाई पर ये बादल बनते हैं।
अपनी अधिक ऊंचाई और पृथ्वी की सतह की वक्रता के कारण, नैक्रियस बादल क्षितिज के नीचे से सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होते हैं और इसे जमीन की ओर प्रतिबिंबित करते हैं।
बर्फ के कण (Ice particles) जो नैक्रियस बादल बनाते हैं, वे उन कणों की तुलना में बहुत छोटे होते हैं जो अधिक सामान्य बादल बनाते हैं।
जैसे ही सूर्य का प्रकाश इन लघु कणों से होकर गुजरता है, यह विवर्तित या आसपास बिखर (diffraction) जाता है और रंग अलग-अलग वेवलेंथ में अलग हो जाते हैं, जिससे आकाश में आश्चर्यजनक ‘इंद्रधनुष’ प्रभाव पैदा होता है।
नैक्रियस बादल वातावरण में विशेष रूप से ठंडी हवा के सूचक हैं।
इनके निर्माण के लिए आवश्यक बहुत कम तापमान के कारण, बादल आमतौर पर स्कैंडिनेविया, उत्तरी कनाडा और उत्तरी रूस में देखे जाते हैं।