Facultative parthenogenesis: पहली बार वैज्ञानिकों को मादा मगरमच्छ में बिना मेटिं के भी अंडे देने के सबूत मिले
पहली बार वैज्ञानिकों को मादा मगरमच्छ में बिना मेटिंग/प्रजनन के भी अंडे देने के सबूत मिले हैं। जनवरी 2018 में पार्के रेप्टिलानिया (कोस्टा रिका चिड़ियाघर) में एक 18 वर्षीय मादा अमेरिकी मगरमच्छ ने दिया था। अंदर का भ्रूण पूरी तरह से विकसित था, हालांकि वह मृत पैदा हुआ था और इसलिए बच्चे बाहर नहीं आ पाए।
इस घटना ने वैज्ञानिकों सहित कई लोगों को स्तब्ध कर दिया है।
इस फेनोमेनन को “वर्जिन बर्थ” कहा जाता है। वैसे वैज्ञानिक रूप से इसे फैकुलेटिव पार्थेनोजेनेसिस (facultative parthenogenesis) कहा जाता है।
यह परिघटना शार्क, पक्षियों, सांपों और छिपकलियों में बहुत आम है। हालांकि, इस घटना को मगरमच्छों में पहले कभी दर्ज नहीं किया गया है।
दरअसल, पार्थेनोजेनेसिस अलैंगिक प्रजनन का एक रूप है जहां मादा जानवर नर के शुक्राणु की आवश्यकता के लिए मेटिंग के बिना संतानों को जन्म देती (asexual reproduction) हैं।
वर्षों तक शुक्राणु को संग्रहित करने के बजाय मादा अपनी दो कोशिकाओं को एक व्यवहार्य भ्रूण बनाने के लिए फ्यूज कर सकती हैं।