शॉर्ट लिव्ड क्लाइमेट पोल्यूटेंट्स (SLCPs)

क्लाइमेट एंड क्लीन एयर कांफ्रेंस 21 फरवरी 2024 को शुरू हुआ। इसमें अल्पकालिक जलवायु प्रदूषकों (Short-lived climate pollutants: SLCPs) या “सुपर पोल्यूटेंट्स” को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की सिफारिश की गयी।

इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (IPCC) ने अल्पकालिक जलवायु प्रदूषकों (SLCPs) को “शॉर्ट लिव्ड क्लाइमेट फोर्सर” भी कहा है।

ये ऐसे ग्रीनहाउस गैसें और जलवायु प्रदूषक हैं जो वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में  कम समय के लिए मौजूद होते हैं लेकिन क्लाइमेट को गर्म करने यानी वार्मिंग की इनकी क्षमता उससे कहीं अधिक होती है।

मुख्य  SLCP हैं; ब्लैक कार्बन, मीथेन, ट्रोपोस्फेरिक ओजोन और हाइड्रोफ्लोरोकार्बन (HFC) हैं।

प्रति पार्टिकल वायुमंडल में,  SLCP का कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में अधिक मजबूत वार्मिंग प्रभाव होता है, इसलिए इन प्रदूषकों को कम करना निकट अवधि की वार्मिंग को कम करने के लिए फायदेमंद है और बहुत लागत प्रभावी हो सकता है।

सुपर प्रदूषकों को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने से वायु प्रदूषण को कम किया जा सकता है।

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