लाओ पीडीआर ने लिम्फैटिक फाइलेरियासिस का उन्मूलन किया

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 16 अक्टूबर को घोषणा की कि लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक (Lao PDR) ने सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में एक दर्दनाक और अक्षम करने वाली उपेक्षित उष्णकटिबंधीय बीमारी “लिम्फैटिक फाइलेरियासिस (lymphatic filariasis: LF)” का उन्मूलन कर दिया है।

लिम्फैटिक फाइलेरियासिस (LF) एक ऐसी बीमारी है जो अपंग कर देती है और प्रभावित समुदायों पर महत्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक प्रभाव डालती है।

इससे पहले लाओ ने वर्ष 2017 में सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे के रूप में ट्रेकोमा का उन्मूलन कर दिया था। इस तरह विगत छह वर्षों में इसने दो उपेक्षित उष्णकटिबंधीय बीमारी (NTD) का उन्मूलन कर दिया है।

Lao PDR अब बांग्लादेश के बाद 2023 में लिम्फैटिक फाइलेरियासिस (LF) को खत्म करने वाला दूसरा देश बन गया है।

19 देश LF को खत्म करने में सफल रहे हैं। 19 देशों में से 11 देश WHO पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र (WPR) के हैं।

लाओ पीडीआर पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में लिम्फैटिक फाइलेरियासिस को सफलतापूर्वक खत्म करने वाला 11वां देश है।

WHO दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के चार देशों ने भी लिम्फैटिक फाइलेरियासिस को समाप्त कर दिया है: बांग्लादेश, मालदीव, श्रीलंका और थाईलैंड।

लिम्फैटिक फाइलेरियासिस के बारे में

लिम्फैटिक फाइलेरियासिस, जिसे एलिफेंटियासिस (elephantiasis) भी कहा जाता है, मच्छरों द्वारा फैलने वाला एक परजीवी रोग है जो शरीर के अंगों को बढ़ा देता है, जिसके परिणामस्वरूप अक्सर दर्द, गंभीर दिव्यांगता, कलंक और संबंधित आर्थिक कठिनाई होती है।

यह तब होता है जब फाइलेरिया परजीवियों में से एक – वुचेरेरिया बैनक्रॉफ्टी (Wuchereria bancrofti), ब्रुगिया मलाई और बी. टिमोरी – मच्छर के काटने से ये मनुष्यों में फैलते हैं।

परजीवी लसीका वाहिकाओं में घोंसला बनाकर उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं। इससे हाइड्रोसील, लिम्फेडेमा और एलिफेंटियासिस हो जाता है।

वर्ष 2030 तक एनटीडी का उन्मूलन संयुक्त राष्ट्र द्वारा अनिवार्य वैश्विक सतत विकास लक्ष्य “सभी के लिए स्वास्थ्य” (एसडीजी 3) के प्राथमिक उद्देश्यों में से एक है।

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