विश्व स्वास्थ्य संगठन की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों पर पहली ग्लोबल समिट

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों पर पहली ग्लोबल समिट (World Health Organization Global Summit on Traditional Medicine) का उद्धाटन WHO के महासचिव डॉ. ट्रेडोस एडनोम गेब्रेयेसस ने 17 अगस्त को गांधीनगर में किया।

अपने संबोधन में डॉ. ट्रेडोस ने पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में भारत की ऐतिहासिक पहल की जमकर तारीफ की और कहा कि हम पारंपरिक, पूरक और एकीकृत चिकित्सा के जरिए दुनिया को स्वस्थ बना सकते हैं।

अपने संबोधन में डॉ. ट्रेडोस ने खास तौर पर भारत के घर-घर में पूजी जाने वाली तुलसी का जिक्र किया। उन्होंने तुलसी के गुणों का वर्णन करते हुए कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे तुलसी पौधा लगाने का मौका मिला।

विश्व के पहले पारंपरिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन के पहले दिन ट्रेडिशनल मेडिसिन से जुड़ी फिल्म और वृत्त चित्र भी दिखाये गये । इन फिल्मों में देश- दुनिया के अलग अलग कोने में प्रचलित पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों को दिखाया गया और संदेश दिया गया कि समाज को चुस्त-दुरूस्त और तंदुरूस्त ऱखने का रास्ता पारंपरिक चिकित्सा के घर से होकर ही गुजरता है।

पिछले साल गुजरात के जामनगर में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की स्थापना की गयी थी।

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