सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला न्यायाधीश फातिमा बीबी का निधन
सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला न्यायाधीश फातिमा बीबी (Justice Fathima Beevi) का 96 वर्ष की आयु में केरल में 23 नवंबर को निधन हो गया।
फातिमा बीवी का जन्म 1927 में पथानमथिट्टा के अन्नवीटिल मीरान साहिब और खदीजा बीवी के घर हुआ था।
1950 में, फातिमा बीवी बार काउंसिल का स्वर्ण पदक पाने वाली पहली महिला लॉ ग्रेजुएट बनीं। वह 1983 में केरल उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में उच्चतर न्यायपालिका में नियुक्त होने वाली पहली मुस्लिम महिला थीं।
वह देश की आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण की पहली महिला सदस्य बनीं।
न्यायमूर्ति बीवी को 1989 में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।
वह 1997 से 2001 तक तमिलनाडु की राज्यपाल रहीं और उनका सबसे विवादास्पद निर्णय मई 2001 में विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके के बहुमत हासिल करने के कुछ घंटों के भीतर पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाना था।
गौरतलब है कि TANSI भूमि सौदा मामलों में दोषी ठहराए जाने के कारण जयललिता को दो वर्षों के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद भी उन्हें शपथ दिलाई गयी थी।