कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) क्या है?

कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (Court of Arbitration for Sport: CAS) के एड हॉक डिवीज़न  ने भारतीय पहलवान विनेश फोगट को पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में जॉइन्ट सिल्वर मैडल देने की उनकी अपील को खारिज कर दिया।

कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) यानी खेल पंचाट न्यायालय एक स्वतंत्र संस्था है और इसका किसी भी खेल संगठन से संबंध नहीं है।

यह खेल जगत में उपयोग किए जाने वाले अलग-अलग नियमों एवं प्रक्रियाओं के आधार पर खेल से जुड़े विवादों को आर्बिट्रेशन या मध्यस्थता के जरिये निपटारे की सुविधा के लिए सेवाएँ प्रदान करता है।

CAS की स्थापना 1984 में की गई थी और इसे इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन कॉउन्सिल (ICAS) के प्रशासनिक और वित्तीय अथॉरिटी के अधीन रखा गया है।

CAS का मुख्यालय स्विट्जरलैंड के लुसाने में है। विवाद के पक्षों के लिए दो विकेन्द्रीकृत कार्यालय भी उपलब्ध हैं: एक सिडनी (ऑस्ट्रेलिया) में और दूसरा न्यूयॉर्क (संयुक्त राज्य अमेरिका) में।

CAS में 87 देशों के लगभग 300 मध्यस्थ हैं, जिन्हें मध्यस्थता और खेल कानून के उनके विशेष ज्ञान के लिए चुना गया है। CAS द्वारा हर साल लगभग 300 मामले दर्ज किए जाते हैं।

CAS का कार्य मध्यस्थता के माध्यम से खेल के क्षेत्र में कानूनी विवादों को हल करना है। यह मध्यस्थ निर्णय की घोषणा करके ऐसा करता है, और ऐसे निर्णयों का प्रभाव आम अदालतों के निर्णयों के समान होता है।

यह मध्यस्थता के माध्यम से सौहार्दपूर्ण आधार पर विवाद के पक्षकारों को उनके विवादों को सुलझाने में भी मदद कर सकता है, जब इस प्रक्रिया की अनुमति हो।

CAS ओलंपिक खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों या इसी तरह के अन्य प्रमुख खेल आयोजन स्थलों पर अस्थायी ट्रिब्यूनल भी स्थापित करता है।

ऐसी घटनाओं की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक अवसर पर विशेष प्रक्रियात्मक नियम स्थापित किए जाते हैं।

CAS द्वारा सुनाया गया निर्णय अंतिम होता है और इसे सुनाये जाने के समय से ही विवाद के पक्षकारों पर बाध्यकारी होता है।

इसे विशेष रूप से मध्यस्थता निर्णयों की मान्यता और क्रियान्वयन पर न्यूयॉर्क कन्वेंशन (New York Convention on the recognition and enforcement of arbitral awards) के अनुसार लागू किया जा सकता है। इस कन्वेंशन पर 125 से अधिक देशों ने हस्ताक्षर किए हैं

error: Content is protected !!