WHO का एंटीबायोटिक्स AWaRe वर्गीकरण

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में पाया गया है कि प्रिस्क्राइब की जाने वाली एंटीबायोटिक दवाओं में से लगभग 57 प्रतिशत के खिलाफ एंटी माइक्रोबियल रेजिस्टेंस (antimicrobial resistance: AMR) विकसित होने की उच्च क्षमता वाली दवाओं की श्रेणी में आती हैं।

ऐसी दवाओं के दुरुपयोग के लिए आम तौर पर निगरानी की सिफारिश की गयी है। यह अध्ययन स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) द्वारा नवंबर 2021 से अप्रैल 2022 तक छह महीनों में आयोजित किया गया था।

सर्वेक्षण में देश भर के 20 तृतीयक स्तर के स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में 9,652 रोगी और 12,342 एंटीबायोटिक प्रिस्क्रिप्शन शामिल थे।

कुछ अस्पतालों में 100 प्रतिशत मरीजों को एंटीबायोटिक प्रिस्क्राइब की गयी थी जबकि कुछ अस्पतालों में 37 प्रतिशत रोगियों को एंटीबायोटिक प्रिस्क्राइब की गयी थी।

आवश्यक दवाओं के चयन और उपयोग पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की विशेषज्ञ समिति द्वारा 2017 में विकसित AWaRe श्रेणियों के आधार पर एंटीबायोटिक  प्रिस्क्रिप्शन को वर्गीकृत किया गया था।

गौरतलब है कि स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर एंटीबायोटिक प्रबंधन प्रयासों का समर्थन करने के लिए एक टूल के रूप में आवश्यक दवाओं के चयन और उपयोग पर WHO विशेषज्ञ समिति द्वारा एंटीबायोटिक दवाओं का AWaRe वर्गीकरण 2017 में विकसित किया गया था।

एंटी-माइक्रोबियल रेजिस्टेंस पर विभिन्न एंटीबायोटिक दवाओं और एंटीबायोटिक वर्गों के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, उनके उचित उपयोग के महत्व पर जोर देने के लिए एंटीबायोटिक्स को तीन समूहों, एक्सेस, वॉच और रिजर्व में वर्गीकृत किया गया है। रिजर्व श्रेणी में लास्ट रिसोर्ट वाली दवाइयां हैं।

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