इसरो के RH200 साउंडिंग रॉकेट का 200वां सफल प्रक्षेपण
भारतीय अंतरिक्ष अनुसन्धान संगठन (ISRO) के वर्सटाइल साउंडिंग रॉकेट RH200 ने तिरुवनंतपुरम के थुंबा के तट से अपना लगातार 200वां सफल प्रक्षेपण दर्ज किया।
ISRO ने 23 नवंबर को इसे “ऐतिहासिक क्षण” करार दिया। गौरतलब है कि 21 नवंबर 1963 को पहला साउंडिंग रॉकेट भारतीय धरती से लॉन्च किया गया था।
मौसम विज्ञान, खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष भौतिकी की समान शाखाओं पर प्रयोग करने के लिए वैज्ञानिक समुदाय द्वारा भारतीय साउंडिंग रॉकेट का उपयोग विशेष उपकरण के रूप में किया जाता है।
भूमध्यरेखीय इलेक्ट्रोजेट (EEJ), लियोनिड उल्का बौछार (LMS), इंडियन मिडिल एटमॉस्फेयर प्रोग्राम (IMAP), मानसून एक्सपेरिमेंट (MONEX), मध्य मिडिल एटमॉस्फेयर डायनामिक्स (MIDAS), सूर्यग्रहण-2010 जैसे अभियान पृथ्वी के वायुमंडल के वैज्ञानिक अन्वेषण के लिए साउंडिंग रॉकेट प्लेटफॉर्म का उपयोग करके आयोजित किए गए हैं।
रॉकेटों की RSR श्रृंखला इसरो के भारी और अधिक जटिल प्रक्षेपण वाहनों के लिए अग्रणी रही है, जिसका आज भी वायुमंडलीय और मौसम विज्ञान अध्ययन के लिए निरंतर उपयोग किया जा रहा है।