राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (NTMHP)
भारत सरकार ने 10 अक्टूबर, 2022 को राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (NTMHP) शुरू किया था। अब इसके दो साल पूरे हो गए हैं।
इस पहल के तहत टेली मानस/Tele MANAS (राज्यों में टेली मानसिक स्वास्थ्य सहायता और नेटवर्किंग-ele Mental Health Assistance and Networking Across States) को एक टोल-फ्री हेल्पलाइन (14416) के रूप में देश भर में उपलब्ध कराया गया, जिसके तहत कई तरह की मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती है।
टेली मानस का प्रथमिक उद्देश्य 24×7 टेली-मानसिक स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से समान, वहनीय और गुणवत्ता वाली मानसिक स्वास्थ्य देखभाल तक सभी की पहुंच सुनिश्चित करना है, जो राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (एनएमएचपी) का एक प्रमुख डिजिटल घटक है।
यह सेवा सभी भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में उपलब्ध है, जिसमें निर्बाध देखभाल सुनिश्चित करने के लिए सुनिश्चित लिंकेज हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मानसिक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए टेली मानस को एक अभिनव और प्रभावी मॉडल के रूप में सराहा है।
भारत, जो वैश्विक आबादी का 18% हिस्सा है, एक महत्वपूर्ण मानसिक स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहा है। राष्ट्रीय अध्ययनों से पता चलता है कि भारत की 15% वयस्क आबादी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ है।
मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम 2017 मानसिक स्वास्थ्य तक पहुँच को एक वैधानिक अधिकार के रूप में सुनिश्चित करता है, फिर भी भारत में 11 करोड़ से ज़्यादा लोग मानसिक स्वास्थ्य विकारों से पीड़ित हैं, जिनमें से 80% लोग मदद नहीं माँगते।
हर साल, 1 लाख से ज़्यादा लोग आत्महत्या करके मर जाते हैं, जबकि अनगिनत लोग अपनी जान लेने की कोशिश करते हैं, जो तत्काल उपाय की ज़रूरत को रेखांकित करता है।