SVASTIK: साइंटिफिकली वैलिडेटेड सोसाइटल  ट्रेडिशनल नॉलेज

भारत के वैज्ञानिक रूप से मान्य पारंपरिक ज्ञान को समाज में सभी लोगों तक पहुंचाने के लिए स्वस्तिक (SVASTIK) अर्थात साइंटिफिकली वैलिडेटेड सोसाइटल  ट्रेडिशनल नॉलेज (Scientifically Validated Societal Traditional Knowledge) नामक राष्ट्रीय पहल के एक भाग के रूप में, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसन्धान परिषद -राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर – NIScPR) ने हाइब्रिड मोड में  पर्यावरण उप-समिति जल, पारिस्थितिकी की पहली बैठक की मेजबानी की।

विशेषज्ञों ने अपने अनुभवों को साझा किया तथा जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन, सतही जल प्रबंधन और जल शोधन के क्षेत्रों में भारतीय पारंपरिक ज्ञान और प्रथाओं का दस्तावेजीकरण करने  और उनका प्रसार करने के उपाय सुझाए।

प्रो प्रदीप पी. मजूमदार, भारतीय विज्ञान संस्थान  (आईआईएससी) , बेंगलुरु ने अपनी संक्षिप्त प्रस्तुति के माध्यम से प्राचीन भारत में जल विज्ञान (हाइड्रोलॉजी) की समयरेखा ( टाइमलाइन) प्रदान की।

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