राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया

प्रसिद्ध लेखिका और परोपकारी सुधा मूर्ति (Sudha Murty) को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च)  के अवसर पर भारत की राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया।

श्रीमती सुधा मूर्ति भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में स्नातक हैं।

वह टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव कंपनी (TELCO) यानी टाटा मोटर्स की पहली महिला इंजीनियर थीं।

उन्होंने इंफोसिस के सह-संस्थापक एन. आर. नारायण मूर्ति से शादी की है। उन्होंने दो दशकों से अधिक समय तक इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्षता की।

वह एक प्रसिद्ध लेखिका हैं और बच्चों पर उनकी किताबें बेस्टसेलर रही हैं।

उन्हें 2023 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

उनकी बेटी अक्षता मूर्ति का विवाह ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक से हुआ है।

संविधान के अनुच्छेद 80 (3) के तहत, राज्यसभा के 245 सदस्यों में से 12 को सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किया जाता है। इस अनुच्छेद के प्रावधानों के अनुसार, मनोनीत सदस्यों को साहित्य, विज्ञान, कला और सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव होना चाहिए।

एक मनोनीत सदस्य को अपनी सीट ग्रहण के पहले छह महीनों के भीतर किसी राजनीतिक दल में शामिल होने की अनुमति होती है। संविधान की दसवीं अनुसूची के अनुसार, किसी सदन का एक मनोनीत सदस्य सदन का सदस्य होने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा यदि वह अपनी सीट ग्रहण की तारीख से छह महीने की समाप्ति के बाद किसी भी राजनीतिक दल में शामिल हो जाता है।

मनोनीत  सदस्य राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के पात्र नहीं है, हालांकि, वह उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के पात्र है। 

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