इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉस्पेरिटी (IPEF) की दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक
इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉस्पेरिटी (Indo-Pacific Economic Framework for Prosperity: IPEF) की दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक 28 मई 2023 को अमेरिका के डेट्रायट में अमेरिका ने आयोजित की।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने वर्चुअली मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लिया। IPEF को संयुक्त राज्य अमेरिका और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के अन्य भागीदार देशों द्वारा संयुक्त रूप से 23 मई, 2022 को टोक्यो में लॉन्च किया गया था।
इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉस्पेरिटी
IPEF के ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, फिजी, भारत, इंडोनेशिया, जापान, कोरिया गणराज्य, मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित 14 भागीदार देश हैं।
इसका उद्देश्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में विकास, शांति और समृद्धि को आगे बढ़ाने के लक्ष्य के साथ भागीदार देशों के बीच आर्थिक जुड़ाव को मजबूत करना है।
IPEF के चार स्तंभ (four pillars) हैं ; व्यापार/Trade (स्तंभ I); आपूर्ति श्रृंखला/Supply Chains (स्तंभ II); स्वच्छ अर्थव्यवस्था/Clean Economy (स्तंभ III); और निष्पक्षअर्थव्यवस्था/Fair Economy (स्तंभ IV)।
भारत IPEF के स्तंभ II से IV में शामिल हो गया है, जबकि इसे स्तंभ- I में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है।
दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक में, आपूर्ति श्रृंखला (स्तंभ-द्वितीय) के तहत बातचीत काफी हद तक संपन्न हुई; जबकि IPE के स्तंभों के तहत अच्छी प्रगति दर्ज की गई।
आपूर्ति श्रृंखला (स्तंभ-द्वितीय) के तहत, IPE भागीदार देश संकट के समय विभिन्न उपायों के माध्यम से आपूर्ति श्रृंखला को अधिक रेजिलिएंट, मजबूत और अच्छी तरह से एकीकृत बनाना चाहते हैं; कारोबार को बेहतर तरीके से जारी रखना सुनिश्चित करने और लॉजिस्टिक्स और कनेक्टिविटी में सुधार के लिए व्यवधानों को कम करने के लिए सहयोग करना चाहते हैं।