तीस्ता-V जलविद्युत स्टेशन के पास भूस्खलन

सिक्किम के गंगटोक जिले में 20 अगस्त, 2024 को तीस्ता-V जलविद्युत स्टेशन (Teesta-V hydropower station) के स्थल पर भूस्खलन से छह घर और राष्ट्रीय जलविद्युत निगम (NHPC) की एक इमारत क्षतिग्रस्त हो गई। पिछले वर्ष अक्टूबर में ग्लेशियर फटने के बाद इस परियोजना का जीर्णोद्धार कार्य चल रहा था, जिससे काफी क्षति हुई थी।

यह तीस्ता नदी के किनारे किसी जलविद्युत परियोजना को दूसरा बार किसी प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ा है।

इससे पहले अक्टूबर 2023 में उत्तरी सिक्किम में दक्षिण ल्होनक ग्लेशियर के टूटने आई बाढ़ ने चुंगथांग बांध को बहा दिया, जो तीस्ता-3 बिजली स्टेशन के लिए महत्वपूर्ण था।

तीस्ता-3 (1,200 मेगावाट) बिजली परियोजना राज्य की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना थी, लेकिन अक्टूबर 2023 में ग्लेशियल झील के टूटने से आई बाढ़ (GLOF) के बाद इसे प्रभावी रूप से बंद कर दिया गया।

2023 में GLOF की वजह आई बाढ़ में कम से कम 40 लोग मारे गए और 75 से अधिक लापता हो गए।

अब इस परियोजना द्वारा मूल रूप से आपूर्ति की जा रही बिजली का केवल दसवां हिस्सा ही उपलब्ध है।

510 मेगावाट की तीस्ता-5 परियोजना भी ग्लेशियल झील के फटने के बाद से बंद हो गई है।

तीस्ता (Teesta river) ब्रह्मपुत्र नदी की एक सहायक नदी है। तीस्ता नदी उत्तरी सिक्किम में लगभग 5,280 मीटर की ऊँचाई पर स्थित त्सो ल्हामो झील (Tso Lhamo Lake) से निकलती है।

यह नदी सिक्किम में लगभग 150 किलोमीटर और पश्चिम बंगाल में 123 किलोमीटर बहती हुई कूच बिहार जिले के मेखलीगंज से बांग्लादेश में प्रवेश करती हिअ; यह बांग्लादेश में 140 किलोमीटर बहती हुई बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है।

नदी का बहाव ऊबड़-खाबड़ इलाकों से होकर गुजरता है, यही वजह है कि सरकारें इसके किनारे बिजली परियोजनाओं पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है।

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