एक्सिओम-4 मिशन 

भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए आगामी भारत-अमेरिका मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया है।

शुक्ला ‘प्राइम’ अंतरिक्ष यात्री होंगे जबकि ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालाकृष्णन नायर (48 साल)  को बैकअप के लिए चुना गया है। प्राइम का मतलब ये कि शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाएंगे। लेकिन अगर किसी वजह से वो नहीं जा पाए तो नायर उनकी जगह लेंगे।  

जून 2023 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की आधिकारिक राजकीय यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच हस्ताक्षरित एक संयुक्त बयान में ISS के लिए एक संयुक्त ISRO-NASA प्रयास की परिकल्पना की गई थी।  

संयुक्त ISRO-NASA प्रयास के तहत  ISRO के मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र (HSFC) ने ISS के लिए अपने आगामी Axiom-4 मिशन के लिए NASA द्वारा पहचाने गए सेवा प्रदाता Axiom Space Inc, USA के साथ एक अंतरिक्ष उड़ान समझौता (SFA) किया है।

इनमें ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (प्राइम) और ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर (बैकअप) शामिल हैं।

गगनयान परियोजना में 3 सदस्यों के दल को 3 दिवसीय मिशन के लिए 400 किलोमीटर की ऊंचाई वाली कक्षा में लॉन्च करके और भारतीय समुद्री जल में उतरकर उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाकर मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता का प्रदर्शन करने की परिकल्पना की गई है।

यदि कैप्टन शुभांशु  शुक्ला इस मिशन के तहत अंतरिक्ष जाते हैं तो पिछले 40 साल में वो ऐसा करने वाले भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे। इससे पहले राकेश शर्मा 1984 में सोवियत मिशन के साथ अंतरिक्ष में गए थे। 

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