वन्यजीव फिल्म निर्माता श्री सुब्बैया नल्लमुथु वी. शांताराम लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित
वन्यजीव फिल्म निर्माता श्री सुब्बैया नल्लमुथु (Subbiah Nallamuthu) को 18वें मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव (MIFF) में वी. शांताराम लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई।
श्री सुब्बैया नल्लमुथु ने वन्यजीव पर आधारित फिल्मों के निर्माण में असाधारण योगदान दिया है, जिससे उन्हें पूरे विश्व में सराहना मिली है। श्री सुब्बैया नल्लमुथु भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान के पूर्व छात्र हैं।
उन्होंने लिविंग ऑन द एज नामक भारत की सबसे लंबे समय तक चलने वाली पांडा पुरस्कार विजेता पर्यावरण श्रृंखला में अपने काम से मान्यता प्राप्त की।
रॉयल बंगाल टाइगर पर उनकी डॉक्यूमेंट्री नेशनल ज्योग्राफिक चैनल और बीबीसी पर प्रसारित हुआ है। उनकी विपुल फिल्मोग्राफी में टाइगर डायनेस्टी (2012-2013), टाइगर क्वीन (2010) और द वर्ल्ड्स मोस्ट फेमस टाइगर (2017) शामिल हैं।
उन्होंने पर्यावरण के साथ-साथ मनुष्यों और इकोसिस्टम के बीच तालमेल पर केंद्रित बीबीसी वर्ल्ड के लिए अर्थ फाइल (2000) और एनिमल प्लैनेट के लिए द वर्ल्ड गॉन वाइल्ड (2001) जैसी अनगिनत डॉक्यूमेंट्री फिल्में बनाई हैं।
डॉ. वी शांताराम लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
डॉ. वी शांताराम लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड (Dr. V Shantaram Lifetime Achievement Award) मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव के हर आयोजन में एक फिल्म निर्माता को भारत में डॉक्यूमेंट्री फिल्मों और इनके प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया जाता है।
इसमें 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, ट्रॉफी और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।