“अभिलेख पटल” पोर्टल पर एक करोड़ से अधिक पन्नों वाले ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज हैं
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय अभिलेखागार (National Archives) के ऐतिहासिक दस्तावेजों के एक करोड़ से अधिक पन्नों वाले पोर्टल “अभिलेख पटल” (Abhilekh patal) की सराहना की है।
अभिलेखागार और लर्निंग तक पहुंच के लिए अभिलेख पटल पोर्टल भारतीय अभिलेखीय अभिलेखों के अपने समृद्ध खजाने को एक बटन के क्लिक पर सभी के लिए उपलब्ध कराने के लिए भारत का राष्ट्रीय अभिलेखागार (National Archives of India) की एक पहल है।
बता दें कि अभिलेख एक संस्कृत शब्द है जिसका उपयोग भारत में प्राचीन काल से रिकॉर्ड संजोये रखने के लिए किया जाता है और पटल एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ बोर्ड, मंच या सतह है।
भारत का राष्ट्रीय अभिलेखागार (National Archives of India) भारत सरकार के स्थायी मूल्य के अभिलेखों का संरक्षक है।
11 मार्च 1891 को कलकत्ता (कोलकाता) में इंपीरियल रिकॉर्ड विभाग के रूप में इसे स्थापित किया गया। यह दक्षिण एशिया में सबसे बड़ा अभिलेखीय भंडार है।
अब, राष्ट्रीय अभिलेखागार दिल्ली में जनपथ और कर्तव्य पथ के चौराहे पर स्थित है। यह संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के तहत संस्कृति विभाग के एक संलग्न कार्यालय के रूप में कार्य करता है।
भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार का भोपाल में एक क्षेत्रीय कार्यालय और भुवनेश्वर, जयपुर और पुडुचेरी में तीन अभिलेख केंद्र हैं।