सऊदी अरब, शंघाई सहयोग संगठन का “संवाद भागीदार” देश बना
सऊदी अरब ने शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organization: SCO) में शामिल होने का फैसला किया है। SCO में शामिल होने का फैसला तब आया है जब सऊदी अरब, चीन के नजदीक जा रहा है और अमेरिका के साथ संबंध बुरे दौर से गुजर रहा है।
सऊदी अरब सरकार ने SCO में एक संवाद भागीदार (dialogue partner) देश का दर्जा देने वाले एक ज्ञापन को मंजूरी दी। SCO में शामिल होने के लिए यह अनिवार्य रूप से पहला कदम है।
शंघाई सहयोग संगठन (SCO)
शंघाई सहयोग संगठन एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसकी स्थापना की घोषणा 15 जून, 2001 को शंघाई में की गई थी।
इसके पांच प्रारंभिक सदस्य थेः चीन, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान तथा उज्बेकिस्तान। इसने शंघाई फाइव का स्थान लिया था। शंघाई सहयोग संगठन के चार्टर पर जून 2002 में संत पीटर्सबर्ग में हस्ताक्षर किया गया था।
भारत एवं पाकिस्तान को जून 2016 में अस्ताना में हुयी बैठक में इसकी पूर्ण सदस्यता का दर्जा प्रदान किया गया।
वर्तमान में इस संगठन के आठ सदस्य देश हैं। ये देश हैंः चीन, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत एवं पाकिस्तान।
इसका सचिवालय बीजिंग में है जबकि क्षेत्रीय आतंकवादी रोधी संरचना (RATS) ताशकंत में है।
चीनी एवं रूसी, इसकी आधिकारिक भाषाएं हैं।