साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022
तमिल लेखक एम. राजेंद्रन, तेलुगु लेखक मधुरंथकम नरेंद्र, संस्कृत कवि जनार्दन प्रसाद पांडे ‘मणि‘ व हिंदी कवि- समाजशास्त्री बद्री नारायण उन 23 लेखकों में शामिल हैं, जो इस वर्ष के साहित्य अकादमी पुरस्कार जीते हैं। विजेताओं के घोषणा 22 दिसंबर को की गयी।
अनुराधा रॉय को उनके अंग्रेजी उपन्यास ‘ऑल द लाइव्स वी नेवर लिव्ड’ के लिए चुना गया है।
हिंदी के लिए वर्ष 2022 का साहित्य अकादेमी पुरस्कार कवि- समाजशास्त्री बद्री नारायण के कविता संग्रह ‘तुमड़ी के शब्द’ को दिया गया है।
पूर्वी क्षेत्र में शास्त्रीय और मध्यकालीन साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए उदय नाथ झा को ‘भाषा सम्मान’ दिया जाएगा।
असमिया भाषा में मनोज कुमार गोस्वामी ने लघु कहानियों के संग्रह ‘भूल सत्य’ के लिए पुरस्कार जीता।
गुलाम मोहम्मद शेख ने आत्मकथात्मक निबंधों के संग्रह ‘घेर जतन’ के लिए गुजराती भाषा में पुरस्कार प्राप्त किया, जबकि श्री राजेंद्रन ने अपने उपन्यास काला पानी के लिए तमिल भाषा के लिए पुरस्कार प्राप्त किया।
अन्य भाषाओं के विजेता हैं: माया अनिल खरांगते (कोंकणी), प्रवीण दशरथ बांदेकर (मराठी), श्री मधुरंथकम नरेंद्र (तेलुगु), अनीस अशफाक (उर्दू), वीना गुप्ता (डोगरी), कमल रंगा (राजस्थानी), के.बी. नेपाली (नेपाली), फारूक फैयाज (कश्मीरी), रश्मी चौधरी (बोडो), एम. थॉमस मैथ्यू (मलयालम), मुदनाकुडु चिन्नास्वामी (कन्नड़) और गायत्रीबाला पंडा (उड़िया) ।
साहित्य अकादमी, इंडियाज नेशनल अकादमी ऑफ़ लेटर्स, भारतीय भाषाओं में साहित्य को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक संगठन है। 12 मार्च 1954 को स्थापित इस संगठन का कार्यालय दिल्ली में मंडी हाउस के पास रवीन्द्र भवन में स्थित है।