रश्त-अस्तारा (Rasht-Astara railway) रेलवे लाइन

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और और ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने वीडियो-लिंक के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन कॉरिडोर (international North-South Transport Corridor) के हिस्से के रूप में ईरानी रेलवे लाइन के वित्तपोषण और निर्माण के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

रश्त-अस्तारा (Rasht-Astara railway) नामक यह रेलवे लाइन  अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन कॉरिडोर में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में देखा जाता है, जिसका उद्देश्य भारत, ईरान, रूस, अजरबैजान और अन्य देशों को रेलवे और समुद्र के माध्यम से जोड़ना है।

कैस्पियन सागर तट के साथ 162 किमी (100 मील) लम्बी यह रेलवे लाइन बाल्टिक सागर पर रूसी बंदरगाहों को हिंद महासागर और खाड़ी में ईरानी बंदरगाहों से जोड़ने में मदद करेगा।

यह योजना बनाई गई है कि रश्त-अस्तारा लाइन रूस और ईरान द्वारा बनाई जाएगी, जबकि अस्तारा (ईरानी शहर) – अस्तारा (अज़रबैजानी शहर) लाइन का निर्माण मास्को, तेहरान और अजरबैजान द्वारा किया जाएगा।

अस्तारा शहर कैस्पियन सागर में ईरानी और अजरबैजानी शहर है।

इंटरनेशनल नॉर्थ साउथ ट्रांसपोर्टेशन कॉरिडोर (INSTC)

बता दें कि इंटरनेशनल नॉर्थ साउथ ट्रांसपोर्टेशन कॉरिडोर (INSTC) 7,200 किलोमीटर का मल्टी-मोड ट्रांजिट सिस्टम है जो भारत, ईरान, अजरबैजान, रूस, मध्य एशिया और यूरोप के बीच कार्गो को ले जाने के लिए जहाज, रेल और सड़क मार्गों को जोड़ती है।  

रूस के मुताबिक यह कॉरिडोर स्वेज नहर को एक प्रमुख वैश्विक व्यापार मार्ग के रूप में चुनौती दे सकता है।

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