गोरखपुर में “रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA)” लैब का उद्घाटन
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सचिव ने NIELIT की 26वीं अखिल भारतीय निदेशक बैठक के दौरान 16 अक्टूबर 2023 को NIELIT गोरखपुर में रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA) लैब का उद्घाटन किया।
अत्याधुनिक RPA लैब को RPA की उभरती प्रौद्योगिकी में मैनपावर को अपस्किल /री-स्किल बनाने के उद्देश्य से MeitY द्वारा वित्त पोषित फ्यूचर स्किल प्राइम प्रोजेक्ट (Future Skill PRIME Project) के तहत बनाया गया है।
यह फ्यूचर स्किल प्राइम प्रोजेक्ट के तहत उत्तर प्रदेश में अपनी तरह की पहली प्रयोगशाला है, जिसे उद्योग और शिक्षा जगत के बीच अंतर को पाटने के लिए स्थापित किया गया है।
रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA) के बारे में
रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA), जिसे सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स के रूप में भी जाना जाता है, मानव कर्मियों द्वारा दोहराए जाने वाले ऑफिस कार्यों (repetitive office tasks) को करने के लिए इंटेलीजेंट ऑटोमेशन प्रौद्योगिकियों का उपयोग करता है।
यह एंटरप्राइज़ और उत्पादकता एप्लीकेशन के बीच दोहराए जाने वाले कार्यों को एकीकृत करने और सम्पन्न करने के लिए एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस (API) और यूजर इंटरफ़ेस (UI) इंटरैक्शन को जोड़ती है।
मानव प्रक्रियाओं का अनुकरण करने वाली स्क्रिप्ट का उपयोग करके, RPA उपकरण सभी असंबंधित सॉफ्टवेयर सिस्टम में विभिन्न गतिविधियों को स्वायत्त तरीके से पूरा करते हैं।
रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बीच अंतर
AI संज्ञानात्मक ऑटोमेशन, मशीन लर्निंग (ML), नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP), लॉजिक, परिकल्पना निर्माण और विश्लेषण को जोड़ती है।
RPA प्रक्रिया-चालित है, जबकि AI डेटा-चालित है।
RPA बॉट केवल एंड यूजर्स द्वारा परिभाषित प्रक्रियाओं का पालन कर सकते हैं, जबकि AI बॉट डेटा, विशेष रूप से असंरचित डेटा में पैटर्न को पहचानने और समय के साथ सीखने के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग करते हैं।
AI का उद्देश्य मानव बुद्धि का अनुकरण करना है, जबकि RPA पूरी तरह से मानव-निर्देशित कार्यों की नकल करने के लिए है।