विश्व एड्स दिवस: भारत में प्रमुख कदम

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने 1 दिसंबर को तालकटोरा स्टेडियम में विश्व एड्स दिवस समारोह का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन किया।

वर्ष 2022 के लिए विश्व एड्स दिवस की थीम थी “Equalize”।

विश्व एड्स दिवस, जो 1988 से 1 दिसंबर को विश्व स्तर पर मनाया जाता है, एचआईवी से पीड़ित लोगों (PLHIV) के साथ एकजुटता दिखाने और इसके लिए जागरूकता पैदा करने का एक अवसर है।

डॉ. पवार ने HIV से निपटने के लिए सामाजिक समावेशिता बढ़ाने और एक बहुक्षेत्रीय दृष्टिकोण का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि सिविल सोसायटी संगठनों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में स्थापित युवा समुदायों के प्रयासों से रचनात्मकता का दोहन किया जाना चाहिए।

इस कड़ी में रेड रिबन क्लब भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और 12,500 से अधिक ऐसे क्लबों के साथ बड़े पैमाने पर जागरूकता पैदा करने के लिए उनका उपयोग किया जा सकता है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक वैश्विक औसत 32% के मुकाबले भारत में 2010-2021 के बीच वार्षिक नए HIV संक्रमणों में 46% की गिरावट आई है।

राष्ट्रीय एड्स टोल-फ्री हेल्पलाइन, आजीवन मुफ्त एआरटी (antiretroviral therapy: ART) सेवाएं और पीपल लिविंग विद HIV (PLHIV) के लिए नियमित वायरल लोड मॉनिटरिंग हैं। एड्स प्रभावित आबादी के खिलाफ भेदभाव को कम करने के लिए “प्रतिष्ठानों के लिए एचआईवी और एड्स नीति 2022” अधिसूचित की गयी है।

नेशनल डिजिटल रिपॉजिटरी नामक डिजिटल हब शुरू की गयी है जहां एचआईवी और एड्स से संबंधित सभी संसाधन सामग्री आम जनता के लिए उपलब्ध होगी।

नाको का राष्ट्रीय डेटा हब आंतरिक उपयोग के लिए प्रमुख रिपोर्टों, दस्तावेजों और नाको के सभी अनुमोदित डेटा के लिए एक केंद्रीय डिजिटल भंडार है।

लोगों के बीच एचआईवी से संबंधित कलंक और भेदभाव को खत्म करने के लिए एक देशव्यापी अभियान (#AbNahiChalega) शुरू किया जा रहा है।

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