डर्टी बम (Dirty bomb) क्या होता है?

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हाल ही में, शीर्ष रूसी अधिकारियों ने अपने पश्चिमी समकक्षों को यह बताने के लिए फोन किया कि यूक्रेन डर्टी बम (Dirty bomb) के इस्तेमाल की योजना बना रहा है जो खतरनाक है।

  • रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी इसी तरह के दावे किए हैं और कहा है कि डर्टी बम का इस्तेमाल करना ‘परमाणु आतंकवाद’ (nuclear terrorism) की कार्रवाई होगी
  • पश्चिमी देशों और नाटो ने रूस के इस दावे को ख़ारिज करते हुए कहा कि इसके बहाने खुद रूस डर्टी बम का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है। हालांकि कुछ विशेषज्ञ ऐसा नहीं मानते। उनके मुताबिक रूस ऐसा नहीं करेगा क्योंकि इससे खुद उसके सैनिक इसकी चपेट में आ सकते हैं।

क्या होता है डर्टी बम (Dirty bomb)?

  • डर्टी बम एक प्रकार का बम होता है जिसमें रेडियोएक्टिव सामग्री भरी होती है, जैसे कि यूरेनियम। हालाँकि यह परमाणु बम नहीं है। एक डर्टी बम से विस्फोट पारंपरिक विस्फोटकों द्वारा उत्पन्न होता है। परमाणु हथियार से विस्फोट एक परमाणु प्रतिक्रिया से उत्पन्न होता है, जैसे कि द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका द्वारा जापान पर गिराए गए परमाणु बम।
  • डर्टी बम विस्फोट के पश्चात यह हवा में फ़ैल जाता है। इसमें अत्यधिक रिफाइंड रेडियोधर्मी सामग्री शामिल करने की आवश्यकता नहीं है, जैसा कि परमाणु बम में उपयोग किया जाता है। इसके बजाय, यह अस्पतालों, परमाणु ऊर्जा स्टेशनों या अनुसंधान प्रयोगशालाओं से लिए गए रेडियोएक्टिव मैटेरियल का उपयोग कर सकता है।
  • यह उन्हें परमाणु हथियारों की तुलना में बहुत सस्ता और तीव्र बनाता है।
  • चूंकि रेडियोएक्टिव फॉलआउट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है, ऐसे में ऐसे बम लक्षित आबादी में दहशत पैदा कर सकते हैं।
  • विस्फोट क्षेत्र के आसपास के एक बड़े क्षेत्र को खाली कराने की जरुरत पड़ सकती है, या पूरी तरह से इस क्षेत्र को छोड़ देना होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह शहर के पूरे क्षेत्र को दशकों तक निर्जन बना सकता है। इस कारण से, डर्टी बमों को सामूहिक व्यवधान के हथियार (weapons of mass disruption) के रूप में जाना जाता है।

क्या डर्टी बम का इस्तेमाल हुआ है?

  • इसका इस्तेमाल पहले हो चुका है परन्तु विस्फोट नहीं किया गया है। वर्ष 1996 में, चेचन्या के विद्रोहियों ने मॉस्को के इज़मेलोवो पार्क में डायनामाइट और सीज़ियम -137 युक्त बम इस्तेमाल किया था लेकिन वे विस्फोट करने में असफल रहे। सीज़ियम को कैंसर-उपचार उपकरण से निकाला गया था।
  • 1998 में, चेचन्या की खुफिया सेवा ने चेचन्या में एक रेलवे लाइन के पास रखे एक डर्टी बम को ढूंढा और निष्क्रिय कर दिया था।
  • वर्ष 2002 में, एक अमेरिकी नागरिक जोस पडिला, जिसका अल-कायदा के साथ संपर्क था, को शिकागो में डर्टी बम हमले की योजना बनाने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। उसे 21 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।
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