केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी ने 1 नवंबर को अपना मुक्ति दिवस मनाया
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी (Union Territory of Puducherry) ने 1 नवंबर को अपना मुक्ति दिवस (Liberation Day) मनाया। इस अवसर को चिह्नित करने के लिए मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी ने गांधी टाइडल, बीच रोड पर आयोजित एक सरकारी समारोह में तिरंगा झंडा फहराया।
- मुख्यमंत्री ने पुडुचेरी सशस्त्र पुलिस बल द्वारा दिए गए गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया।
- बता दें कि 1 नवंबर, 1954 को एक जनमत संग्रह के बाद केंद्र शासित प्रदेश को फ्रांसीसी उपनिवेशवाद से मुक्त किया गया था जिसमें पुडुचेरी के सभी निर्वाचित सदस्यों ने फ्रांसीसी शासन के खिलाफ मतदान किया और भारत में शामिल होना पसंद किया।
- इसके बाद, फ्रांसीसी सरकार ने 1 नवंबर 1954 को वास्तविक विलय के प्रभाव को मंजूरी दी।
- बाद में भारत सरकार ने 16 अगस्त, 1962 को इस क्षेत्र को अपने संघ में स्थानांतरित कर इसे कानूनी शक्ल दिया। तब से, पुडुचेरी 16 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाता रहा है।
- भारत के संविधान का 14वां संशोधन, जिसे आधिकारिक तौर पर संविधान (चौदहवां संशोधन) अधिनियम, 1962 के रूप में जाना जाता है, के द्वारा पांडिचेरी (अब पुडुचेरी) को भारत में नौवें केंद्र शासित प्रदेश के रूप में शामिल किया गया।
- केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में तत्कालीन फ्रांसीसी उपनिवेश के पुडुचेरी, कराईकल, माहे और यनम क्षेत्र शामिल हैं। पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्र तमिलनाडु राज्य से घिरे हुए हैं, जबकि माहे केरल राज्य से और यनम आंध्र प्रदेश राज्य से घिरा हुआ है।