BBNJ-High Seas Treaty: अंतर्राष्ट्रीय जल में समुद्री जैव विविधता के संरक्षण पर हुआ ऐतिहासिक समझौता
राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार से परे क्षेत्रों की समुद्री जैव विविधता पर अंतर-सरकारी सम्मेलन, जिसे BBNJ (Biodiversity Beyond National Jurisdiction) के नाम से जाना जाता है, के प्रतिनिधियों ने खुले समुद्र में समुद्री जीवन की रक्षा के लिए एक ऐतिहासिक समझौता किया है।
- यह समझौता, जिसे खुले समुद्र संधि (High Seas Treaty) कहा जा रहा है, 4 मार्च, 2023 को न्यूयॉर्क शहर में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में हुई बैठक में किया गया।
- बता दें कि महासागर संरक्षण पर अंतिम अंतर्राष्ट्रीय समझौते पर 40 साल पहले 1982 में हस्ताक्षर किए गए थे। इस समझौते को संयुक्त राष्ट्र समुद्र विधि कन्वेंशन (UNCLOS) नाम दिया गया था। UNCLOS ने खुले समुद्र (High Seas) नामक एक क्षेत्र की स्थापना की थी। यह अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्र है जहां सभी देशों को मछली पकड़ने, जहाज चलाने और अनुसंधान करने का अधिकार है – लेकिन इनमें से केवल 1.2% जल ही संरक्षित हैं। इसलिए इस क्षेत्र के सागर के संरक्षण पर कई वर्षों से वार्ता चल रही थी।
- अब जाकर BBNJ-खुले समुद्र संधि (BBNJ-High Seas Treaty) पर सहमति बनी है।
BBNJ-खुले समुद्र संधि की प्रमुख विशेषताएं
- दिसंबर 2022 में संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता सम्मेलन में वैश्विक सरकारों द्वारा वर्ष 2030 तक एक तिहाई समुद्र (और भूमि) की रक्षा के लिए किए गए 30×30 संकल्प को अपनाया था। इस संकल्प को पूरा करने में नई संधि महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
- राष्ट्रीय जल सीमाओं के बाहर महासागर के लगभग दो-तिहाई हिस्से को कवर करते हुए, यह संधि वन्यजीवों के नुकसान से बचाने और खुले समुद्रों के आनुवंशिक संसाधनों (genetic resources of the high seas) को साझा करने के लिए विशाल समुद्री संरक्षित क्षेत्रों (MPAs: Marine Protected Areas ) की स्थापना के लिए एक कानूनी फ्रेमवर्क प्रदान करेगी।
- इस संधि के द्वारा स्थापित MPAs में, मछली पकड़ने की मात्रा, शिपिंग लेन के मार्गों और गहरे समुद्र में खनन जैसी अन्वेषण गतिविधियों की सीमा निर्धारित की जाएगी।
- यह संधि “पक्षकारों का सम्मेलन” (conference of the parties : CoP) स्थापित करेगी जो समय-समय पर मिलेंगे और सदस्य देशों को शासन और जैव विविधता जैसे मुद्दों पर ध्यान देने में सक्षम बनाएंगे।
- हाई एम्बिशन कोएलिशन ने सदस्य देशों के बीच मतभेदों को दूर कर समझौता करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विकसित और विकासशील देशों के बीच मतभेद
- विकसित और विकासशील देशों के बीच मतभेद का एक प्रमुख मुद्दा समुद्री आनुवंशिक संसाधनों (marine genetic resources: MGR) और इसके अंतिम लाभ को उचित रूप से कैसे साझा किया जाए, से जुड़ा था।
- MGR में गहरे समुद्र के समुद्री स्पंज, क्रिल, कोरल, समुद्री शैवाल और बैक्टीरिया की आनुवंशिक सामग्री शामिल है। दवाओं और सौंदर्य प्रसाधनों में इनके संभावित उपयोग के कारण वैज्ञानिक और व्यावसायिक जगत इन संसाधनों की ओर रूचि ले रहे हैं। चूंकि विकसित देशों के पास धन और प्रौद्योगिकी, दोनों हैं, इसलिए वे इसका अधिक लाभ उठा सकते हैं।
- मतभेद का एक अन्य मुद्दा समुद्री संरक्षित क्षेत्रों को बनाने की प्रक्रिया और खुले समुद्रों की मानव गतिविधियों के पर्यावरणीय प्रभाव अध्ययन के लिए मॉडल को लेकर था।
- यूरोपीय संघ ने संधि के अनुसमर्थन और इसके शीघ्र कार्यान्वयन में मदद करने के लिए न्यूयॉर्क में 42 मिलियन डॉलर की मदद की घोषणा की है।
BBNJ-खुले समुद्र संधि इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
- हम जितनी ऑक्सीजन सांस लेते हैं, उसमें से आधी ऑक्सीजन, समुद्र के पारिस्थितिक तंत्र पैदा करते हैं।
- महासागर पृथ्वी के जीवमंडल के 95% का प्रतिनिधित्व करते हैं। अर्थात पृथ्वी के 95% जीव महासागरों में रहते हैं।
- यह दुनिया के सबसे बड़े कार्बन सिंक के रूप में काम करते हुए कार्बन डाइऑक्साइड को सोख लेता है।
- इन संरक्षित क्षेत्रों के बाहर रहने वाले समुद्री जीवन को जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक मछली पकड़ने और नौवहन यातायात से खतरा है।
- सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा और कुनमिंग-मॉन्ट्रियल ग्लोबल बायोडायवर्सिटी फ्रेमवर्क के महासागर से संबंधित लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए भी यह संधि महत्वपूर्ण है।