TRAFFIC फैक्टशीट: भारत से रेड सैंडर्स की तस्करी की जा रही है
TRAFFIC द्वारा तैयार “रेड सैंडर्स: अवैध वन्यजीव व्यापार में भारत के रेड सैंडर्स पर फैक्टशीट” ने CITES ट्रेड डेटाबेस का हवाला देते हुए कहा है कि भारत से निर्यात किए जा रहे रेड सैंडर्स जब्ती की 28 घटनाओं को दर्ज किया गया है।
- TRAFFIC वैश्विक वन्यजीव व्यापार निगरानी संगठन है।
- फैक्टशीट के अनुसार, चीन 13,618 टन से अधिक उत्पादों के साथ सबसे बड़ा आयातक बना हुआ है, इसके बाद हांगकांग (5,215 टन) और सिंगापुर (216 टन) का स्थान है।
रेड सैंडर्स या लाल चन्दन के बारे में
- रेड सैंडर्स (Pterocarpus santalinus), या लाल चंदन, भारत के पूर्वी घाट तक सीमित वितरण वाली एक स्थानिक (endemic) वृक्ष प्रजाति है।
- यह प्रजाति आंध्र प्रदेश में पाई जाती है और 10 से 15 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ती है।
- रेड सैंडर्स (Red Sanders) बहुत धीमी गति से बढ़ने वाली वृक्ष प्रजाति है जो 25-40 वर्षों के बाद प्राकृतिक का रूप लेती है।
- भारत की विदेश व्यापार नीति के तहत लाल चंदन का आयात प्रतिबंधित (prohibited) है, जबकि निर्यात सीमित (restricted) की गयी है।
- इसकी हर्टवुड की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय, दोनों बाजारों में मांग है और इसका उपयोग फर्नीचर और हस्तशिल्प बनाने के लिए किया जाता है, जबकि लकड़ी से प्राप्त लाल रंग का उपयोग वस्त्रों और दवाओं में कलर एजेंट के रूप में किया जाता है।
खतरें
- यह भारत की सबसे अधिक दोहन वाली वृक्ष प्रजातियों में से एक है, और अवैध लॉगिंगऔर कटाई से गंभीर दबाव में है।
- यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की अनुसूची IV के तहत सूचीबद्ध है और IUCN रेड लिस्ट के अनुसार Endangered है।
- इसके अलावा लाल चंदन को वन्यजीव और वनस्पतियों की संकटापन्न प्रजातियों में अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (Convention on International Trade in Endangered Species of Wildlife Fauna and Flora: CITES) के परिशिष्ट-II में भी सूचीबद्ध किया गया है।
सुझाव
- प्रजातियों और उसके हैबिटेट की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कानूनी ढांचा प्रदान कर प्रजातियों की भौगोलिक सीमा के भीतर रेड सैंडर्स क्षेत्र को ‘उच्च संरक्षण क्षेत्रों’ के रूप में घोषित की जानी चाहिए।
- प्रवर्तन एजेंसियों को लाल चंदन की तस्करी पर अंकुश लगाने के प्रयासों के तहत हॉटस्पॉट और पारगमन मार्गों पर जानकारी साझा करके और लाल चंदन की तस्करी से संबंधित वास्तविक समय की खुफिया जानकारी साझा करने में आपस में समन्वय करना चाहिए।