आत्मनिर्भर भारत (Self Reliant India: SRI) फंड
सूक्ष्म, लघु और मध्य उद्यमों (MSME) को विकास पूंजी प्रदान करने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया आत्मनिर्भर भारत (Self Reliant India: SRI) फंड, 38 प्राइवेट इक्विटी (PE) और वेंचर कैपिटल (VE) में 5,000 करोड़ रुपये, अपने कुल कोष का लगभग 50 प्रतिशत निवेश करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता वयक्त की है।
प्रत्येक फंड को औसतन 100-150 करोड़ रुपये मिलेंगे, हालांकि इसका आवंटन समय के साथ होगी क्योंकि पीई फंड की निवेश अवधि 5-6 साल है, इसलिए वे SRI फंड के लिए तब आवेदन करेंगे जब वे पाएंगे कि निवेश करने के लिए उपयुक्त कंपनियां उपलब्ध हैं।
आत्मनिर्भर भारत (Self Reliant India: SRI)
SRI फंड सेबी (SEBI)-पंजीकृत श्रेणी- II वैकल्पिक निवेश फंड (Alternative Investment Fund : AIF) है जो मदर-फंड और डॉटर-फंड संरचना के माध्यम से संचालित होता है।
इसमें SRI फंड, मदर फंड के रूप में, डॉटर फंड (ज्यादातर वीसी और पीई फंड) के समग्र कोष का 20 प्रतिशत तक निवेश करता है और शेष 80 प्रतिशत पूंजी डॉटर फंड बाहरी स्रोतों से जुटाता है।
भारतीय स्टेट बैंक समूह के स्वामित्व वाला SBICAP वेंचर्स, SRI फंड का निवेश प्रबंधक है।