ताल छापर काला हिरण अभयारण्य के क्षेत्र को कम करने पर रोक
हाल ही में, राजस्थान उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने ताल छापर काला हिरण अभयारण्य (Tal Chhapar blackbuck sanctuary) के क्षेत्र को कम करने के किसी भी कार्रवाई पर “पूर्ण प्रतिबंध” लगाने का आदेश दिया है।
- कोर्ट ने उन खबरों का संज्ञान लिया जिसमें कहा गया था कि खदान मालिकों और स्टोन क्रेशर संचालकों के दबाव में इसअभयारण्य का क्षेत्रफल घटाकर तीन वर्ग किलोमीटर किया जा रहा है।
ताल छापर काला हिरण अभयारण्य के बारे में
- बता दें कि राजस्थान के चूरू जिले में स्थित ताल छापर काला हिरण अभ्यारण्य 7.19 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।
- अभयारण्य में लगभग 4,000 ब्लैकबक्स (काला हिरण), रैप्टर्स की 40 से अधिक प्रजातियां और अन्य जंगली जानवरों का हैबिटैट है और यह प्रवासी पक्षियों की 300 से अधिक प्रजातियों को भी होस्ट करता है।
- रैप्टर्स, जिसमें शिकारी और मुर्दाखोर पक्षी शामिल हैं, खाद्य श्रृंखला के शीर्ष पर हैं और छोटे स्तनधारियों, पक्षियों और सरीसृपों के साथ-साथ कीड़ों की आबादी को नियंत्रित करते हैं।
- अभयारण्य में पहले रेगिस्तानी लोमड़ियों और इसी तरह के बिल बनाने वाले जानवरों की एक बड़ी आबादी थी, जबकि एकमात्र शाकाहारी छिपकली-काँटेदार पूंछ वाली छिपकली (spiny-tailed lizard) की बड़ी कॉलोनियां रैप्टर्स के शिकार के आधार के रूप में मौजूद रहे हैं।
- ताल छापर अभयारण्य वन्य जीवों के लिए सुरक्षित भौगोलिक प्रवेश, सपाट भूभाग व मोथिया घास के कारण सबसे पसंदीदा स्थल है।
- अभयारण्य के समक्ष मुख्य चिंताओं अति-शुष्कता, चराई का दबाव, आक्रामक वृक्ष प्रजाति प्रोसोपिस जूलीफ्लोरा और आसपास के क्षेत्र में नमक की खदानें शामिल हैं।
भारत में काला हिरण अभयारण्य
भारत में काला हिरण यानी blackbuck जहां अधिक संख्या में पाई जाती हैं, उनमें शामिल हैं;
- वेलावदार ब्लैकबक नेशनल पार्क भावनगर, गुजरात (Velavadar Blackbuck National Park),
- ताल छापर काला हिरण अभयारण्य (चूरू जिला, राजस्थान) और
- तमिलनाडु में प्वाइंट कैलिमेरे अभयारण्य (Point Calimere Sanctuary)