प्रधानमंत्री ने ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्न) सम्मेलन का उद्घाटन किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 18 मार्च को नई दिल्ली में पूसा स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) परिसर के राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर (NASC) में ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्न) सम्मेलन (Global Millets (Shree Anna) Conference) का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने एक स्मारक डाक टिकट और स्मारक सिक्का भी जारी किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने भारतीय मिलेट (श्री अन्न) स्टार्ट-अप कॉम्पेंडियम का शुभारंभ किया और बुक ऑफ मिलेट स्टैंडर्ड्स का डिजिटल तरीके से विमोचन किया।
प्रधानमंत्री ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के हैदराबाद स्थित इंडियन मिलेट्स रिसर्च इंस्टिट्यूट को वैश्विक उत्कृष्टता केंद्र (Centre for Excellence) भी घोषित किया।
मिलेट्स के लिए सरकारी प्रयास
भारत के प्रस्ताव और प्रयासों के बाद संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को ‘इंटरनेशनल मिलेट इयर’ घोषित किया भारत, दुनिया में मिलेट्स का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है।
मिलेट्स को बढ़ावा देने और मिलेटस की अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए, कृषि और किसान कल्याण विभाग 14 राज्यों के 212 जिलों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (NFSM) के अंतर्गत वर्ष 2018-19 से पोषक-अनाज/nutri-cereals (मिलेट्स) पर एक उप-अभियान लागू कर रहा है।
16 प्रमुख किस्म के मिलेट का उत्पादन होता हैं और उनका निर्यात किया जाता है।
इनमें ज्वार (Sorghum), बाजरा (Pearl Millet), रागी (Finger Millet), कंगनी (Minor Millets), चीना (Proso Millet), कोदो (Kodo Millet), सवा/सांवा/झंगोरा (Barnyard Mille), कुटकी (Little Millet), कुट्टू (Two Pseudo Millets-BuckWheat), चौलाई (Ameranthus) और ब्राउन टॉप मिलेट हैं।
भारत में उगाई जाने वाली प्रमुख मिलेट्स फसलें और उनके उत्पादन का प्रतिशत हिस्सा पर्ल बाजरा (बाजरा) – 61% हिस्सा, ज्वार (सोरघम) – 27%, और फिंगर बाजरा (मंडुआ/रागी) – 10% है।
मिलेट्स के पोषण मूल्य को देखते हुए, सरकार ने अप्रैल, 2018 में मिलेट्स को पोषक अनाज (nutri-cereals) के रूप में अधिसूचित किया। मिलेट्स को पोषण मिशन अभियान के तहत शामिल किया गया था।