REAIM 2023: मिलिट्री में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जिम्मेदार उपयोग पर विश्व का पहला अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन
मिलिट्री में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जिम्मेदार उपयोग पर विश्व का पहला अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन (REAIM: Responsible use of Artificial Intelligence in Military) 2023 नीदरलैंड के हेग में 16 फरवरी को संपन्न हुआ।
यह घातक स्वचालित हथियारों (LAWS: Lethal Autonomous Weapons) के प्रसार को रोकने और तेजी से विकसित हो रही वीपनाइज़ेशन तकनीक-जो विनाशकारी नुकसान पहुंचा सकती है, के एथिक्स वमोरल पर विचार करने वाला विश्व का पहला वैश्विक सम्मेलन था।
प्रमुख तथ्य (CALL TO ACTION)
दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के अंत में, 60 से अधिक देशों ने सशस्त्र बलों में अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जिम्मेदार विकास, तैनाती और उपयोग पर कार्रवाई के संयुक्त आह्वान (call to action on the responsible development, deployment, and use of AI in the armed forces) पर सहमति व्यक्त की है।
हस्ताक्षरकर्ता देश AI पर एक वैश्विक आयोग स्थापित करने के लिए सहमत हुए हैं, ताकि जागरूकता बढ़ाई जा सके, सैन्य क्षेत्र में इसके उपयोग की परिभाषा को स्पष्ट किया जा सके और यह निर्धारित किया जा सके कि इसे कैसे विकसित, निर्मित और जिम्मेदारी से तैनात किया जा सकता है। यह आयोग AI के प्रभावी गवर्नेंस के लिए शर्तें भी तय करेगा।
लगभग दो दर्जन कार्रवाई बिंदुओं की सूची में, 60 से अधिक देश इस बात की पुष्टि करने के लिए सहमत हुए हैं कि AI सिस्टम के लिए डेटा कुछ इस तरह एकत्रित किया जाना चाहिए, उपयोग किया जाना चाहिए, साझा किया जाना चाहिए, संग्रहीत किया जाना चाहिए और आवश्यक पड़ने पर हटाया जाना चाहिए जो अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप होने के साथ-साथ राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कानूनी ढांचे और डेटा मानक के अनुरूप भी होना चाहिए।
कॉल टू एक्शन ने सैन्य क्षेत्र में AI के विकास, तैनाती और उपयोग के सभी चरणों पर ध्यान देने के महत्व पर प्रकाश डाला है।
दक्षिण कोरिया ने घोषणा की कि वह अगले REAIM शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
फाइलिंग के समय भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका ने कॉल टू एक्शन पर हस्ताक्षर नहीं किए थे।