Bandicoot: मैनहोल की सफाई के लिए रोबोटिक मैला ढोने वाले का उपयोग करने वाला पहला राज्य बना केरल
केरल सरकार ने 24 फरवरी को गुरुवायुर मंदिर शहर में सीवेज को साफ करने के लिए रोबोटिक स्कैवेंजर, बैंडिकूट (robotic scavenger, Bandicoot) लॉन्च किया। राज्य सरकार के मुताबिक उसके द्वारा शासित मैनहोलों को साफ करने के लिए रोबोटिक तकनीक का उपयोग करने वाला केरल देश का पहला राज्य बन गया है।
बैंडिकूट के बारे में
- राज्य के जल संसाधन मंत्री ने राज्य सरकार की 100-दिवसीय कार्य योजना के तहत केरल जल प्राधिकरण (केडब्ल्यूए) द्वारा त्रिशूर जिले में गुरुवायूर सीवरेज परियोजना के तहत बैंडिकूट का शुभारंभ किया।
- राज्य सरकार के अनुसार, मैनहोल की सफाई के लिए मैला ढोने वालों की जगह लेने वाला केरल देश का पहला राज्य बन गया है।
- रोबोटिक ट्रोन यूनिट, जो कि बैंडिकूट का प्रमुख घटक है, मैनहोल में प्रवेश करती है और रोबोटिक हाथों का उपयोग करके सीवेज को हटाती है, ठीक उसी तरह जैसे कोई आदमी अपने अंगों का इस्तेमाल करता है। मशीन में वाटरप्रूफ, एचडी विजन कैमरे और मैनहोल के अंदर हानिकारक गैसों का पता लगाने वाले सेंसर लगे हैं।।
- टेक्नोपार्क-आधारित कंपनी जेनरोबोटिक्स ने मैनहोल की सफाई में लगे श्रमिकों के लिए राहत प्रदान करने वाली मैनुअल स्कैवेंजिंग को खत्म करने के प्रयास में “दुनिया का पहला रोबोटिक स्कैवेंजरर” बैंडिकूट विकसित किया है।
- बैंडिकूट केरल में सभी चालू सीवरेज और नालियों की सफाई करेगा।
- बैंडिकूट रोबोट वर्तमान में भारत के 17 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के कुछ शहरों में तैनात हैं।