Jadui Pitara: 3 से 8 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए खेल-आधारित शिक्षण-अध्यापन सामग्री लॉन्च की गयी
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के विजन के अनुरूप केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुनियादी चरण के लिए शिक्षण-अध्यापन सामग्री का शुभारंभ किया। 3 से 8 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए खेल-आधारित इस शिक्षण-अध्यापन सामग्री को ‘जादुई पिटारा’ (Jadui Pitara) नाम दिया गया है जिसे 20 फरवरी को लॉन्च की गई है।
जादुई पिटारा: प्रमुख विशेषताएं
प्लेबुक, खिलौने, पहेलियां, पोस्टर, फ्लैश कार्ड, कहानी की किताबें, वर्कशीट के साथ-साथ स्थानीय संस्कृति, सामाजिक संदर्भ और भाषाओं को मिलाकर बना ‘जादुई पिटारा’ जिज्ञासा को बढ़ाने और लोगों की विविध आवश्यकताओं को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा (National Curriculum Framework: NCF ) के तहत विकसित ‘जादुई पिटारा’ 13 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। यह सीखने-सिखाने के माहौल को समृद्ध करने और अमृत पीढ़ी के लिए इसे और अधिक बाल-केंद्रित, जीवंत और आनंदमय बनाने की दिशा में एक बड़ी छलांग है जैसा कि एनईपी 2020 में परिकल्पना की गई है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में 5+3+3+4 पाठ्यक्रम शैक्षणिक संरचना का उल्लेख किया गया है। शिक्षा मंत्रालय के तहत स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने प्रत्येक चरण के लिए नेशनल राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा विकसित करने के लिए प्रो. के. कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय संचालन समिति का गठन किया है।
NCF-फॉउंडशनल स्टेज का प्रमुख परिवर्तनकारी पहलू– ‘खेलते हुए सीखें’ है। यह बुनियादी चरण – उम्र 3-8 साल में खेलते हुए सर्वोत्तम और प्रभावकारी ढंग से लर्निंग पर बल देता है।
साथ ही यह कक्षा 1 और 2 पर भी लागू (उम्र 6-8 साल) है और लर्निंग के तरीके में बदलाव लाया गया है जिसके तहत बच्चे खेलते, मजे करते हुए सीखेंगे।