IPCC के छठे आकलन चक्र (AR6) की संश्लेषण रिपोर्ट रिपोर्ट जारी की गयी
जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (IPCC) के छठे आकलन चक्र (AR6) की संश्लेषण रिपोर्ट (Synthesis Report) को सभी सदस्य देशों द्वारा 19 मार्च 2023 को इंटरलेकन, स्विट्जरलैंड में IPCC के 58वें सत्र में अपनाया गया।
यह रिपोर्ट उस वैज्ञानिक दृष्टिकोण की पुष्टि करती है कि CO2 प्राथमिक ग्रीन हाउस गई है और इसे काफी कम करने की आवश्यकता है। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि मानव गतिविधि द्वारा उत्सर्जित प्रत्येक 1000 गीगाटन कार्बन डाइ ऑक्साइड (GtCO2) से वैश्विक सतह का तापमान 0.45 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाता है।
नेट जीरो CO2 या GHG उत्सर्जन तक पहुँचने के लिए मुख्य रूप से CO2 के सकल उत्सर्जन में गहरी और तीव्र कमी के साथ-साथ गैर-CO2 GHG उत्सर्जन में पर्याप्त कमी की आवश्यकता है।
क्लाइमेट जस्टिस और इक्विटी, विकासशील देशों के लिए जलवायु कार्रवाई और संवृद्धि और विकास सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम हो सकते हैं।
सिंथेसिस रिपोर्ट इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित करती है कि सबसे बड़ा क्लाइमेट फाइनेंस गैप विकासशील देशों में है और विकसित देशों और अन्य स्रोतों से विकासशील देशों के को त्वरित वित्तीय सहायता देने की जरुरत है।
जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (IPCC)
जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (IPCC) की स्थापना वर्ष 1988 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) द्वारा की गयी थी।
IPCC का उद्देश्य सरकारों को सभी स्तरों पर वैज्ञानिक जानकारी प्रदान करना है जिसका उपयोग वे जलवायु नीतियों को विकसित करने के लिए कर सकते हैं।
IPCC रिपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन समझौतों में एक महत्वपूर्ण इनपुट के रूप में कार्य करती है।
IPCC सरकारों का एक संगठन है जिससे सदस्य संयुक्त राष्ट्र या WMO के सदस्य हैं।
अपने आकलन के माध्यम से, IPCC विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिक समझौते की शक्तिकी पहचान करता है और इंगित करता है कि आगे के शोध की आवश्यकता कहाँ है।
बता दें कि IPCC अपना स्वयं का शोध नहीं करती है।