हिमालयन ग्रे लंगूर
हिमालयन ग्रे लंगूर या चंबा सेक्रेड लंगूर (सेमनोपिथेकस अजाक्स/Semnopithecus ajax) एक कोलोबिन (colobine) है, जिसका अर्थ पत्ती खाने वाला बंदर है।
इसे विश्व स्तर पर एक एंडेंजर्ड प्रजाति माना जाता है क्योंकि इसकी आबादी 15-20 समूहों में 1,500 से कम होने का अनुमान है।
हिमालयी ग्रे लंगूर (Himalayan Gray Langur) को कभी सेमनोपिथेकस एंटेलस (Semnopithecus entellus) की उप-प्रजाति माना जाता था, जिसे आमतौर पर बंगाल सेक्रेड लंगूर या हनुमान लंगूर के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसे 2005 में एक अलग प्रजाति के रूप में मान्यता दी गयी।
एक नए अध्ययन का मानना है कि ऊंचाई में अंतर एक ही हिमालयी हैबिटेट में रहने वाले एक प्राइमेट प्रजाति के आहार में भी अंतर लाता है और उसी अनुरूप वे पत्तियों के अलावा फूलों और फलों के बीच भोजन के विकल्प के रूप में चुनते हैं।
तीन प्राइमेटोलॉजिस्ट ने हिमाचल प्रदेश में कालाटोप-खज्जियार वन्यजीव अभयारण्य (Kalatop-Khajjiar Wildlife Sanctuary) में और उसके आसपास ऐसे पांच समूहों की आहार संरचना का अध्ययन किया। दो समूहों के हैबिटैट क्षेत्र केवल 208 मीटर अलग थे, लेकिन ऊंचाई के अंतर की वजह से बन्दर समूहों के आहार में अलग-अलग फल-फूल देखे गए।