सरकार ‘ग्रीन स्टील’ अनिवार्य कर सकती है: ज्योतिरादित्य सिंधिया

केंद्रीय इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 19 दिसंबर को राज्यसभा को बताया कि सरकार सरकारी परियोजनाओं में “ग्रीन स्टील” यानी हरित इस्पात (green steel) के उपयोग को अनिवार्य करने पर विचार कर रही है।

ग्रीन स्टील जीवाश्म ईंधन के उपयोग के बिना इस्पात का उत्पादन है।

स्टील सेक्टर में उत्सर्जन में कमी आयी है

  • वर्ष 2016 के लिए लोहा और इस्पात क्षेत्र से उत्सर्जन 135.420 मिलियन टन CO2 था, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र को भारत की नवीनतम द्विवार्षिक अद्यतन रिपोर्ट (बीयूआर) में बताया गया है।
  • केंद्रीय मंत्री के अनुसार 2005 और 2022 के बीच इस्पात उद्योग से उत्सर्जन में 15% की कमी आई है और केंद्र ने 2030 तक उत्सर्जन में अतिरिक्त 10% की कमी का लक्ष्य रखा है।
  • उत्पादित स्टील की प्रति टन ऊर्जा खपत में भी कमी आई है और साथ ही साथ CO2 उत्सर्जन की तीव्रता भी कम हुई है।

स्टील सेक्टर में नेट-जीरो लक्ष्य रणनीति

  • इस्पात मंत्रालय 2070 तक नेट-जीरो लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है।
  • इसके लिए, अल्पावधि (वित्त वर्ष 2030) में, ऊर्जा और संसाधन दक्षता, नवीकरणीय ऊर्जा आदि को बढ़ावा देने के माध्यम से इस्पात उद्योग में कार्बन उत्सर्जन में कमी पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
  • मध्यम अवधि (2030-2047) के लिए, ग्रीन हाइड्रोजन और कार्बन कैप्चर, यूटिलाइजेशन और स्टोरेज फोकस क्षेत्र हैं।
  • लंबी अवधि (2047-2070) के लिए, वैकल्पिक तकनीकी इन्वोशन नेट-जीरो उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।

इस्पात उद्योग में डीकार्बोनाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदम

  • स्टील स्क्रैप रीसाइक्लिंग नीति, 2019 स्टील बनाने में कोयले की खपत को कम करने के लिए घरेलू स्तर पर उत्पन्न स्क्रैप की उपलब्धता को बढ़ाती है।
  • नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन और उपयोग के लिए राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन की घोषणा की है। मिशन में इस्पात क्षेत्र को भी हिस्सेदार बनाया गया है।
  • मोटर वाहन (पंजीकरण और वाहनों के स्क्रैपिंग सुविधा के कार्य) नियम सितंबर 2021, इस्पात क्षेत्र में स्क्रैप की उपलब्धता बढ़ाएंगे।
  • नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जनवरी 2010 में शुरू किया गया राष्ट्रीय सौर मिशन सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देता है और इस्पात उद्योग के उत्सर्जन को कम करने में भी मदद करता है।
  • नेशनल मिशन फॉर एनहैंस्ड एनर्जी एफिशिएंसी के तहत परफॉर्म, अचीव एंड ट्रेड (PAT =) योजना स्टील उद्योग को ऊर्जा की खपत कम करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
  • इस्पात क्षेत्र ने आधुनिकीकरण और विस्तार परियोजनाओं में विश्व स्तर पर उपलब्ध सर्वोत्तम उपलब्ध तकनीकों को अपनाया है।
  • इस्पात संयंत्रों में ऊर्जा दक्षता सुधार के लिए जापान की नई ऊर्जा और औद्योगिक प्रौद्योगिकी विकास संगठन (NEDO) मॉडल परियोजनाओं को लागू किया गया है।

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