G-7 और V-20 ने ‘जलवायु जोखिमों के खिलाफ ग्लोबल शील्ड’ लॉन्च किया
G-7 और वल्नरेबल 20 (V20) के 58 क्लाइमेट वल्नरेबल अर्थव्यवस्थाओं ने “जलवायु जोखिमों के खिलाफ ग्लोबल शील्ड” (Global Shield against Climate Risks) की शुरुआत।
यह जलवायु आपदाओं के समय इस्तेमाल किए जाने के लिए डिज़ाइन की गई पूर्व-व्यवस्थित वित्तीय सहायता के लिए एक पहल है।
ग्लोबल शील्ड जलवायु वित्त पोषण (climate funding) के लिए आरंभिक ठोस प्रयासों में से एक है। बता दें कि जलवायु वित्त पोषण वह फण्ड है जो विकसित देशों से विकासशील और वल्नरेबल देशों में प्रवाहित होने के लिए था, लेकिन काफी हद तक इसकी कमी रही है। हालाँकि, कहा जा रहा है कि नई पहल को एक बीमा तंत्र कहा जा रहा है जिस पर विशेषज्ञों ने संदेह व्यक्त किया है।
ग्लोबल शील्ड में प्रारंभिक योगदान में जर्मनी से लगभग 170 मिलियन यूरो और अन्य देशों से 40 मिलियन यूरो प्राप्त हुए हैं।
इसके अलावा, कई देशों, बहुपक्षीय संस्थानों, गैर-सरकारी और निजी क्षेत्र के भागीदारों के एक व्यापक गठबंधन ने ग्लोबल शील्ड में फंडिंग के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
ग्लोबल शील्ड से फण्ड प्राप्त करने वाले आरंभिक देशों में बांग्लादेश, कोस्टा रिका, फिजी, घाना, पाकिस्तान, फिलीपींस और सेनेगल शामिल होंगे।
हालांकि, विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि इस तरह की पहल संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज के तहत नुकसान और क्षति की फंडिंग (Loss and Damage funding) की आवश्यकता को प्रतिस्थापित नहीं कर सकती है, जिसकी मांग वल्नरेबल देशों द्वारा की जा रही है।
घरेलू और व्यावसायिक स्तर पर, इन उपकरणों में आजीविका सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा प्रणाली, पशुधन और फसल बीमा, संपत्ति बीमा, व्यवसाय व्यवधान बीमा, जोखिम-साझाकरण नेटवर्क और क्रेडिट गारंटी शामिल हैं।