चुनाव आयोग घरेलू प्रवासियों को रिमोट वोटिंग की सुविधा देने के लिए तैयार है
भारत चुनाव आयोग (ECI) ने घोषणा की है कि वह घरेलू प्रवासियों को रिमोट वोटिंग (remote voting for domestic migrants) की सुविधा देने के लिए तैयार है, ताकि उन्हें मतदान करने के लिए अपने गृह राज्यों की यात्रा न करनी पड़े।
- चुनाव आयोग ने मल्टी-कंस्टीट्यूएंसी रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (Multi-Constituency Remote Electronic Voting Machine: RVM) की फंक्शनिंग को प्रदर्शित करने के लिए 16 जनवरी को सभी मान्यता प्राप्त आठ राष्ट्रीय और 57 राज्य राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया है और 31 जनवरी तक उनके लिखित विचार मांगे हैं।
रिमोट वोटिंग की जरुरत क्यों पड़ी है?
- चुनाव आयोग ने स्वीकार किया है कि प्रवास की वजह से बड़ी संख्या में घरेलू प्रवासी नागरिक मतदान के अधिकार से वंचित (migration-based disenfranchisement) हो जाते हैं।
- चुनाव आयोग ने कहा कि उसे उम्मीद है कि रिमोट वोटिंग से वह मतदान प्रतिशत बढ़ाने और भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने में सक्षम होगा।
- बता दें कि आम चुनाव 2019 में मतदाता मतदान प्रतिशत 67.4% था और चुनाव आयोग 30 करोड़ से अधिक मतदाताओं के अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करने और विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में अलग-अलग मतदाता मतदान के मुद्दे के बारे में चिंतित है।
- मतदाता जो मतदान के दिन अपने गृह स्थानों से अनुपस्थित होते हैं, भले ही वे मतदान करना चाहते हों, लेकिन विभिन्न कारणों से मतदान करने के लिए यात्रा करने में असमर्थ होते हैं।
- इसका मतलब यह है कि आबादी का एक बड़ा हिस्सा रोजगार की वजह से या यात्रा के लिए संसाधनों की कमी के कारण अपने मताधिकार से वंचित रहते हैं। यह सीधे तौर पर चुनाव आयोग के “कोई मतदाता पीछे नहीं छूटे” (No voter left behind) के लक्ष्य के खिलाफ जाता है।
रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (RVM) के बारे में
- चुनाव आयोग ने एक मल्टी-कंस्टीट्यूएंसी रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (RVM) के लिए एक प्रोटोटाइप विकसित किया है जो एक रिमोट पोलिंग बूथ से कई निर्वाचन क्षेत्रों को संभाल सकता है।
- RVM को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) की सहायता से विकसित किया गया था। यह वर्तमान में प्रयुक्त EVM प्रणाली पर आधारित है।
- ECI ने कहा कि उसने प्रवासियों के गृह निर्वाचन क्षेत्रों के बाहर मतदान केंद्रों पर मतदान को सक्षम करने के लिए M3 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) के टाइम-टेस्टेड मॉडल के संशोधित वर्सन का उपयोग करने के विकल्प की खोज की है।
- RVM की अनूठी विशेषता यह है कि एक सिंगल रिमोट बैलेट यूनिट (RBU) EVM पर कॉमन प्रिंटेड पेपर बैलेट शीट के बजाय “डायनेमिक बैलेट डिस्प्ले बोर्ड” का उपयोग करके कई निर्वाचन क्षेत्रों (लगभग 72 तक) को सँभालने में सक्षम होगी।
- बैलेट यूनिट ओवरले डिस्प्ले (BUOD) मतदाता के निर्वाचन क्षेत्र कार्ड पर पढ़ी गई निर्वाचन क्षेत्र संख्या के आधार पर अपेक्षित उम्मीदवारों को दिखाएगा। इन कार्ड्स को पढ़ने के लिए बारकोड स्कैनिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा।
- मतदाता की पहचान सत्यापित करने के बाद, निर्वाचन क्षेत्र के विवरण और उम्मीदवारों को दिखाते हुए एक सार्वजनिक प्रदर्शन के साथ उनके निर्वाचन क्षेत्र कार्ड को पढ़ा जाएगा। यह RVM के सिंगल रिमोट बैलेट यूनिट (RBU) में बैलेट यूनिट ओवरले डिस्प्ले (BUOD) पर निजी तौर पर भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसके बाद मतदाता मतदान करेगा और प्रत्येक मत, निर्वाचन क्षेत्रवार मतदान मशीन की नियंत्रण इकाई में संग्रहित किया जाएगा।
रिमोट वोटिंग के फ़ायदे
- इस पहल से प्रवासियों के लिए एक सामाजिक परिवर्तन हो सकता है और वे अपनी जड़ों से जुड़ सकते हैं क्योंकि कई बार वे अपने काम के स्थान पर खुद को वोटर लिस्ट में पंजीकृत करने के लिए अनिच्छुक होते हैं।
- बार-बार घर बदलने, प्रवासी जगह से पर्याप्त सामाजिक और भावनात्मक जुड़ाव नहीं होना, अपने घर / मूल निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूची में अपना नाम हटाने की अनिच्छा क्योंकि वहां उनका स्थायी निवास / संपत्ति है, आदि प्रमुख कारण हैं।
कानूनों में संशोधन की जरुरत
- रिमोट वोटिंग को लागू करने के लिए जिन कानूनों और नियमों में संशोधन की आवश्यकता होगी, उनमें 1950 और 1951 के जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, चुनाव नियमों का संचालन, 1961 और निर्वाचकों का पंजीकरण नियम, 1960 शामिल हैं।
चुनौतियां
- प्रशासनिक चुनौतियाँ: दूरस्थ मतदाताओं की गणना-स्वघोषणा, दूरस्थ स्थानों पर मतदान की गोपनीयता सुनिश्चित करना, दूरस्थ मतदान केंद्रों पर मतदान एजेंटों का प्रावधान और किसी अन्य बदले वोट डालने से बचने के लिए मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित करना।
- दूर-दराज के मतदान केंद्रों के लिए मतदान कर्मियों की नियुक्ति और उनका पर्यवेक्षण, बनाए जाने वाले मतदान केंद्रों की संख्या और उनके स्थान।
- दूर-दराज के इलाकों में आदर्श आचार संहिता लागू करना।
- रिमोट वोटिंग का तरीका, मल्टी-कंस्टीट्यूएंसी रिमोट EVM से मतदाताओं का परिचय और वोटों की गिनती आदि।