CITIIS (सिटीज इनवेस्टमेंट टू इनोवेट, इंटीग्रेट एंड सस्टेन) कार्यक्रम

CITIIS कार्यक्रम के तहत नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (NIUA) भारत में टिकाऊ एवं इनोवेशन-संचालित शहरी विकास के सकारात्मक प्रभावों, जैसा कि आम नागरिक की नजरों से देखा जाता है, को दर्शाने के उद्देश्य से “भविष्य के शहर” (Cities of Tomorrow) शीर्षक से एक फोटोग्राफी प्रदर्शनी का आयोजन कर रहा है।

यह प्रदर्शनी “भविष्य के शहर” फोटोग्राफी प्रतियोगिता की परिणति है। यह प्रतियोगिता उन 12 स्मार्ट शहरों में आयोजित की गई थी, जहां CITIIS परियोजनाएं चल रही हैं।

CITIIS क्या है?

CITIIS (सिटीज इनवेस्टमेंट टू इनोवेट, इंटीग्रेट एंड सस्टेन-Cities Investment to Innovate, Integrate & Sustain) आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA), फ्रांसीसी विकास एजेंसी (AFD), यूरोपीय संघ (EU), और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (NIUA) का एक संयुक्त कार्यक्रम है।

यह कार्यक्रम नवीन एवं टिकाऊ शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को विकसित तथा कार्यान्वित करने के कार्य में एक प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के जरिए चुने गए देश भर के 12 शहरों की सहायता कर रहा है।

इस प्रतियोगिता के लिए अगरतला, अमरावती, अमृतसर, भुवनेश्वर, चेन्नई, देहरादून, हुबली-धारवाड़, कोच्चि, पुडुचेरी, सूरत, उज्जैन और विशाखापत्तनम से प्रविष्टियां आमंत्रित की गईं थीं।

नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (NIUA) क्या है?

वर्ष 1976 में, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (NIUA) को भारत सरकार की शहरी विकास योजनाओं में समर्थन और मार्गदर्शन करने के लिए एक शीर्ष निकाय के रूप में नियुक्त किया गया था।

तब से, इसने आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के साथ, अन्य सरकारी और नागरिक क्षेत्रों के साथ मिलकर, अनुसंधान के प्रमुख क्षेत्रों की पहचान करने और शहरी नीति और योजना में कमियों को दूर करने के लिए काम किया है।

यह संस्था आवास और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) के एक मजबूत सहयोगी के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, और राज्य सरकारों और शहर प्रशासन के साथ मिलकर काम करती है।

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